एमसीडी चुनाव में प्रत्याशियो को सता रहा है राहुकाल !

नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम के चुनाव के लिए प्रचार के चरम पर है. हर प्रत्याशी दिन-रात मेहनत कर रहा है. मतदान 23 अप्रैल को है और नतीजे 26 अप्रैल को आने हैं. लेकिन चुनाव प्रचार के लिए सभी पार्टियों के प्रत्याशियों को राहुकाल का डर सताने लगा है.

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एमसीडी चुनाव में प्रत्याशियो को सता रहा है राहुकाल !

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  • April 9, 2017 8:50 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम के चुनाव के लिए प्रचार के चरम पर है. हर प्रत्याशी दिन-रात मेहनत कर रहा है. मतदान 23 अप्रैल को है और नतीजे 26 अप्रैल को आने हैं. लेकिन चुनाव प्रचार के लिए सभी पार्टियों के प्रत्याशियों को राहुकाल का डर सताने लगा है.
वार्ड नंबर 74 एल निमड़ी कॉलोनी से कांग्रेस पार्षद और प्रत्याशी सोनिया प्रचार के लिए निकलने से पहले शुभ मुहूर्त देखती हैं. इसी वार्ड से बीजेपी प्रत्याशी ममता ढिका दोपहर में पंडितों के साथ पूजा-पाठ करती हैं. वह दोपहर में प्रचार नहीं करती हैं सिर्फ मंदिरों में दर्शन के लिए जाती हैं.
कई प्रत्याशियों ने बताया कि वो प्रचार से लेकर कार्यालय खोलने तक शुभ मुहूर्त और राहुलकाल तक का ध्यान रखा है ताकि जीत में कोई बाधा सामने न आए. वहीं इस मामले में प्रत्याशियों को सलाह देने के लिए पंडित और विद्वान भ भी सामने आए हैं.
चित्रकूट के रहने वाले  और  32 साल से दिल्ली में पुजारी और ज्योतिष के जानकार आनंद चतुर्वेदी ने बताया कि राहुकाल दिन में डेढ़ घंटे रहता है.
आज रविवार को 4 से 5:30 रहेगा. उनका कहना है कि राहुकाल में प्रचार तो किया जा सकता है लेकिन बाकी कार्यालय और पर्चा भरने जैसे काम नहीं करना चाहिए.
दरअसल, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहुकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. साथ ही निगम चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के नामांकन पत्र रद होने से भी उम्मीदवारों के मन में राहुकाल को लेकर ज्यादा डर है.
निगम चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार के मुताबिक वे और उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार को विख्यात ज्योतिषाचार्य ने राहुकाल के दौरान नामांकन पत्र दाखिल करने से मना किया था. लेकिन फिर भी उन्होंने राहुकाल के दौरान अपना पर्चा दाखिल किया जो कि अब रद्द हो चुका है.
इस घटनाक्रम को देखते हुए उन्होंने भी प्रचार में और सावधानी बरतनी शुरू कर दी है. हालांकि किसी का नाम बताने से मना कर दिया है. इसके अलावा ज्यादातर गतिविधियां किसी न किसी ज्योतिषाचार्य से पूछकर ही कर रहे हैं.
एक ज्योतिषाचार्य के मुताबिक बड़ी तादात में उम्मीदवार चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सलाह लेने के लिए आ रहे हैं.
मेरी उनको सलाह रहती है कि राहुकाल की अवधि के दौरान कोई भी प्रचार से जुड़ा कार्य न करें. साथ ही उस दौरान पूजा-अर्चना में अपने को व्यस्त रखें.
कब और किस दिन है राहुकाल का समय
शुक्रवार- सुबह 10:30 से दोपहर 12:30 बजे तक
शनिवार-सुबह 9 से 10:30 बजे तक.
रविवार- प्रात 4:30 से 6 बजे तक.
सोमवार-सुबह 7:30 से 9 बजे तक.
मंगलवार-दोपहर 3 से 4:30 तक.
 

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