नई दिल्ली: कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी अधिकारी बनकर अमेरिकियों से 30 करोड़ डॉलर लूटने वाले मास्टरमाइंड सागर ठक्कर उर्फ शैगी को पुलिस ने एक साल बाद मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सागर जब देर रात मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद को कोर्ट में पेश किया गया और उसे 13 अप्रैल तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें कि सागर पिछले साल मामले के सामने आने के बाद पिछले साल से फरार था.
पुलिस ने आगे बताया कि पुलिस की ओर से रेड कार्नर नोटिस की प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद दुबई में रह रहे सागर ने भारत लौटने का फैसला किया. अदालत में पेश किए जाने से पहले ठक्कर से पूछताछ करने वाले आयुक्त ने बताया कि ऐसा लगता है कि उसे कंप्यूटर और संबद्ध तकनीक के साथ-साथ भारतीय और अमेरिकी कानूनी व्यवस्था की भी अच्छी जानकारी है.
क्या है पूरा मामला-
पिछले साल 4 अक्टूबर की रात को पुलिस ने ठाणे जिले की मीरा रोड स्थित कॉल सेंटरों पर छापा मारा था तब यह मामला सामने आया था. उसके बाद पुलिस ने इसी सिलसिले अहमदाबाद में भी छापा मारा था तब 70 से अधिक लोग इस मामले गिरफ्तार किया गया था. घोटाले के सामने आने के समय से ही सागर फरार था.
इस तरह करते थे ठगी-
सागर और उसके दोस्त फर्जी कॉल सेंटर के जरिए भारतीय टेली-कॉलरों की मदद से अमेरिकी लोगों से पैसे ठगते थे. ठाणे के करीब आधा दर्जन कॉल सेंटरों से साल 2013 से ही यह रैकेट चल रहा था. इस रैकेट से जु़ड़े लोग ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा भी फोन करते थे और खुद को वहां के रेवेन्यू सर्विसेस का अधिकारी बताकर लोगों से बड़ी रकम वसूल करते थे.