नई दिल्ली: आज पूरी दुनिया विश्व स्वास्थ्य दिवस के तौर पर मना रही है ताकि लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुक्ता लाई जा सके, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें आपको एक ऐसे अस्पताल की तस्वीर दिखानी पड़ रही है जहां डॉक्टर नहीं बल्कि सफाई कर्मचारी इलाज करता है.
ये अस्पताल यूपी के मऊ जिले में है जहां सफाई कर्मचारियों द्वारा इमरजेंसी वार्ड में लेटे मरीजों को इलाज करते देखा जा सकता है. ये सफाई कर्मचारी मरीजों को दवाई देते हैं और यहां तक कि उन्हें इंजेक्शन भी लगा देते हैं. सोचने वाली बात हैं कि अगर मऊ जिले के सरकारी अस्पताल का ये हाल है तो जरा सोचिए कि गांव और कस्बों में स्वास्थ्य सेवाएं किस तरह की होगी.
यूपी के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पद ग्रहण करने के बाद कहा था कि राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा उनके एजेंडे पर होगी लेकिन यहां जो तस्वीर सामने आ रही है वो कुछ और ही हकीकत बयां कर रही है.