रंग लाई 8 सालों की कड़ी मेहनत, जेट एयरवेज के पॉयलट ने घर की छत पर बनाया प्लेन

क्या आप इस बात की कल्पना कर सकते हैं की एक पायलेट अपने घर की छत पर प्लेन बना सकता है, नहीं ना लेकिन यह बात बिल्कुल सच है.

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रंग लाई 8 सालों की कड़ी मेहनत, जेट एयरवेज के पॉयलट ने घर की छत पर बनाया प्लेन

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  • April 6, 2017 5:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : क्या आप इस बात की कल्पना कर सकते हैं की एक पायलेट अपने घर की छत पर प्लेन बना सकता है, नहीं ना लेकिन यह बात बिल्कुल सच है.
 
ऐसा ही कुछ मुंबई में देखने को मिला जहां रहने वाले एक पायलेट ने जी तोड़ मेहनत कर के प्लेनबना दिया, ऐसा देश में पहली बार देखने को मिला है,  इस शख्स की वजह से देश में पहला प्लेन का कारखाना खुलने जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इंडिया के सपनों को अमोल यादव ने साकार कर दिखाया है, अमोल ने 6 सीटर हाइवे जहाज को अपने घर के छत पर बना कर आसमान में उड़ा दिया.
 
अमोल ने 8 सालों की कड़ी मेहनत कर इस प्लेन को बनाया है, बिना किसी ऐरोनॉटिक इंजीनियरिंग की डिग्री के जेट एयरवेज के पॉयलट कैप्टन अमोल यादव ने अपनी मेहनत से 6 सीटर प्लेन बनाया है. बचपन में देखे सपने को अनमोल ने साकार कर दिखाया, बचपन में उन्होंने देखा की वह एक प्लेन बनाएंगे.
 
अमोल का कहना है की यह देश में बना ऐसा पहला प्लेनहै जिससे कहीं भी उतरा जा सकता है. इस प्लेन को बनाने में लगभग 4 करोड़ रुपए खर्च हुए. इसमें सेफ्टी का भी खास ध्यान रखा गया है, हम जल्द ही इसमें पैराशूट लगाने वाले हैं जिससे आपातकाल स्थिति में प्लेन में बैठे सभी लोग पैराशूट की मदद से खुद को बचा सकेंगे.
 
महराष्ट्र सरकार ने मुंबई से सटे पालघर इलाके में 157 एकड़ जमीन हस्तांतरित करेगी, जहां पर प्लेन बनाने के देश के पहले कारखाने का रास्ता साफ होगा, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में होने वाली बैठक में इस पर अंतिम मुहर लगेगी. हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी करने के लिए कुछ कागजात पर मुख्यमंत्री फडणवीस के हस्ताक्षर होने हैं.
 
मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होते ही जमीन यादव की कंपनी ‘थ्रस्ट एयरक्राफ्ट’ को मिल जाएगी, जहां पर देश में प्लेन बनाना शुरू होगा. बता दें की अमोल का प्लेन महाराष्ट्र के धुलिया एयरपोर्ट पर खड़ा है, जो आसमान में उड़ने के लिए सरकार की इजाजत का इंतजार कर रहा है.

 

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