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अखबार में विज्ञापन छपवाकर पति ने पत्नी को दिया तलाक

देश में जब से तीन तलाक का मुद्दा छिड़ा है तब से अजीबो गरीब तलाक के मामले देखने को मिल रहे हैं. हाल ही हैदराबाद के एक शख्स ने अपनी पत्नी को अखबार में विज्ञापन के जरिए तलाक दे दिया. फिलहाल महिला की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

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  • April 6, 2017 4:12 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
हैदराबाद: देश में जब से तीन तलाक का मुद्दा छिड़ा है तब से अजीबो गरीब तलाक के मामले देखने को मिल रहे हैं. हाल ही में हैदराबाद के एक शख्स ने अपनी पत्नी को अखबार में विज्ञापन के जरिए तलाक दे दिया. फिलहाल महिला की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. 
 
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक  मुहम्मद मुस्तकुद्दीन नाम के व्यक्ति ने 25 वर्षीय महिला से जनवरी  2015 में शादी की थी. उसके बाद दोनों सऊदी अरब चले गए. पिछले महीने ही यह जोड़ा अरब से भारत वापस आए थे. उसके बाद मुस्तकुद्दीन फिर सऊदी अरब चला गया.
 
पीड़िता ने दो दिन पहले एक उर्दू अखबार में विज्ञापन देखा तो उसमें उसके पति मुस्तकुद्दीन ने अपने वकील के जरिए उन्हें तलाक देने की घोषणा की थी. उसके बाद पीड़िता ने इसके खिलाफ हैदराबाद के मुगलपुरा थाने में दर्ज कराई. सूत्रों की मानें तो  मुस्तकुद्दीन 20 लाख रुपए दहेज के लिए महिला को प्रताड़ित भी करता था. 
 
महिला ने पुलिस को बताया कि पति के सऊदी जाने के बाद ससुराल वालों ने उसे घर में आने से भी रोक दिया था. पुलिस ने बताया कि महिला ने कई बार पति से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन मुस्तकुद्दीन ने उसका फोन नहीं उठाया. इसके बाद उन्होंने शिकायत दर्ज की.
 
फिलहाल पुलिस ने मुस्तकुद्दीन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 498-ए (पति या उसके रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता), धारा 506 (आपराधिक तौर पर डराना-धमकाना) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. एसीपी ने बताया कि इसका पता लगाया जा रहा है कि अखबार में विज्ञापन देकर तलाक देना शरई के तहत मान्य है या नहीं.
 
आपको बता दें कि अनोखे तरह से तलाक के इन मामलों में मार्च में शादी के आठ दिन बाद ही पोस्टकार्ड के जरिए तलाक देने के मामला सामने आया था जिसमें एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा एक अन्य मामले में अमेरिका में रहने वाले एक व्यक्ति ने पत्नी को व्हाट्सऐप से तलाक दे दिया था.

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