Chhattisgarh Elections Result 2018: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सुनामी देखने को मिल रही है. 2013 से तुलना करें तो पिछले चुनावों में बीजेपी ने 50 सीट जीती थीं और कांग्रेस को सिर्फ 38 सीट नसीब हुई थी. इस बार कांग्रेस ने धमाका करते हुए दो-तिहाई से ज्यादा सीट जीतते हुए 68 सीट अपने नाम कर लीं.
रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं और बीजेपी का मजबूत किला ढह गया है. 15 साल से छत्तीसगढ़ में शासन कर रही बीजेपी को इस बार चुनावों में सिर्फ 18 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है. रुझानों में पार्टी को 66 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं अन्य को 6 सीट मिलने का अनुमान है. राज्य के इतिहास में यह पहली बार है, जब किसी पार्टी को 60 से ज्यादा सीट मिली हों.
90 सीटों पर छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान हुआ था. दक्षिणी छत्तीसगढ़ की 18 सीटों पर 12 और 72 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान हुआ था. साल 2013 के चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने 50 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं कांग्रेस अजीत जोगी की अगुआई में लड़ी थी और सिर्फ 38 सीटों से ही उसे संतोष करना पड़ा था.
इस बार कांग्रेस ने बीजेपी का सूपड़ा साफ करते हुए दोगुनी सीट जीत लीं. मौजूदा रुझानों में सीएम रमन सिंह भी कभी आगे-कभी पीछे हो रहे हैं. 2013 में बीजेपी का वोट प्रतिशत 41.0 तो कांग्रेस का 40.3 प्रतिशत रहा था. लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि बीजेपी के लिए छत्तीसगढ़ में पूरी जमीन ही खिसक गई है. 2013 में 50 सीट जीतने वाली पार्टी 5 साल में 18 सीटों पर आ जाए तो उसे आत्मचिंतन की जरूरत है.
छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की हार से जनता की नाराजगी साफ जाहिर हो गई. राज्य में हुए पीएडीएस घोटाले, प्रोजेक्ट्स और स्कीम फेल होने को हार का बड़ा कारण माना जा रहा है. करारी शिकस्त यह भी दिखाती है कि जनता रमन सिंह के काम से खुश नहीं थी. इसके अलावा टिकट बंटवारे में कार्यकर्ताओं की बात भी नहीं सुनी गई, जिससे उनमें काफी गुस्सा था. अपने किलो को बचाने के लिए बीजेपी ने पूरा प्रयास किया. आखिरी 20 दिनों में बीजेपी की तरफ से रमन सिंह ने करीब 20 रैलियां की. पीएम नरेंद्र मोदी ने 4 और अमित शाह ने 3 रोड शो और 17 रैलियां की. लेकिन राहुल यहां भी बीजेपी पर भारी पड़ते दिखे. उन्होंने 90 में से 60 सीटों पर ताबड़तोड़ रैलियां की.