Rahul Gandhi on meeting of opposition leaders: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने से एक दिन पहले सोमवार को दिल्ली में विपक्षी दलों ने बैठक की. इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 2019 आम चुनाव में हम मोदी सरकार को उखार फेकेंगे.
नई दिल्ली. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 2018 का परिणाम आने से एक दिन पहले सोमवार को राजधानी दिल्ली में गैर भाजपा दलों ने बैठक की. इस बैठक में 2019 लोकसभा चुनाव और आम चुनाव का सेमीफाइनल का कहा जाने वाला पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर व्यापक विचार विमर्श हुआ. तेलगू देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू के आमत्रंण पर एकजुट हुए विपक्षी नेताओं का नेतृत्व करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम 2019 में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे. इस बैठक में विपक्ष की 16 पार्टियां शामिल हुई. हालांकि सपा और बसपा का बैठक से दूर रहना झटका माना जा रहा है.
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “यह सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की प्रक्रिया है. मैंने बैठक में कहा कि इस कमरे की आवाज देश की विपक्षी दलों की आवाज है. हमारा लक्ष्य एक है भाजपा को हराना, भारतीय संविधान और अन्य संस्थाओं को सुरक्षित रखना. अपने संबोधन में राहुल ने आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे पर कहा कि पटेल ने आरबीआई को सुरक्षित रखने के लिए इस्तीफा दिया. उर्जित पटेल को मोदी सरकार के साथ काम करना संभव नहीं हो पा रहा था.
Rahul Gandhi on meeting of opposition leaders: This is a process and it is bringing together everybody. I said in the room that voices in this room are voices of the opposition in the country; our goal is to defeat BJP, protect India’s constitution and our institutions. pic.twitter.com/nssf50Zprt
— ANI (@ANI) December 10, 2018
Rahul Gandhi: RBI governor is resigning because he’s protecting the institution of RBI. Taking away reserves from RBI to save your skin is an act against this nation. I’m very proud that people from all walks of life and institutions are standing up to it. #UrjitPatel pic.twitter.com/EiVdz29rMF
— ANI (@ANI) December 10, 2018
संसद भवन एनेक्सी हॉल में हुई इस बैठक में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी और सचिव डी .राजा शामिल हुए. इसके अलावा तेदेपा के चंद्रबाबू नायडू, द्रमुक के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के हेमंत सोरेन, राष्ट्रीय लोक दल के अजित सिंह, लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव, केरल कांग्रेस (एम) के एम. के. मणि, एआईयूडीएफ के बदरूद्दीन अजमल, झारखंड विकास मोर्चा के बाबू लाल मरांडी सहित अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए.