Financial Tasks in December: साल 2018 का आखिरी महीना चल रहा है. ऐसे में कई वित्तीय कामों की आखिरी तारीख आ गई है. दिसंबर 2018 के खत्म होने से पहले कुछ वित्तीय कामों को निपटाने की जरूरत है. इन कामों को साल का अंत होने से पहले न निपटाने पर बड़ा नुकसान होने के साथ जुर्माना भी देना पड़ सकता है.
नई दिल्ली. साल 2018 खत्म होने वाला है. साल के खत्म होने के साथ ही कई सारे वित्तीय कामों को निपटाने की भी आखिरी तारीख भी नजदीक आ गई है. दरअसल कई ऐसे वित्तीय काम हैं जिन्हें इस साल के अंत तक न निपटाने से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. बैंक ग्राहकों के डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग और मोबाइल ऐप ब्लॉक किए जा रहे हैं. इनके बंद होने से ग्राहकों को नुकसान होगा. वहीं इनकम टैक्स रिटर्न भी फाइल करना होगा नहीं तो जुर्माना भी लगेगा.
इनकम टैक्स रिटर्न: 31 दिसंबर से पहले इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना जरूरी है. दरअसल नए कानून के मुताबिक आखिरी तारीख के बाद इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वालों पर 5,000 रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा.
ईएमवी चिप वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड: रिजर्व बैंक ने आदेश दिए थे की सभी बैंकों को अपने ग्राहकों के मैग्नेटिक स्ट्राइप वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड बदल कर ईएमवी चीप वाले कार्ड देने होंगे. 31 दिसंबर तक ही पुराने कार्ड काम करेंगे. इसके बाद पुराने कार्ड ब्लॉक कर दिए जाएंगे. खास बात ये है कि पुराने कार्ड फ्री में ही बदले जा रहे हैं.
नॉन सीटीएस चेक: रिजर्व बैंक के आदेश हैं कि 31 दिसंबर के बाद से किसी भी नॉन सीटीएस चेक को स्वीकार नहीं किया जाएगा. सभी बैंको को आदेश दिए गए हैं कि ग्राहकों को सीटीएस-2010 के चेक बुक ही दिए जाएं.
भारतीय स्टेट बैंक नेट बैंकिंग: भारतीय स्टेट बैंक ने कुछ ग्राहकों की नेट बैंकिंग सेवा बंद कर दी है. दरअसल एसबीआई ने ग्राहकों ने अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर करवाने के लिए कहा था. जिन ग्राहकों ने ऐसा नहीं किया उनकी नेट बैंकिंग सेवा 1 दिसंबर से बंद कर दी गई है. जिन ग्राहकों की नेट बैंकिंग सेवा बंद है वो अपने नजदीकी ब्रांच में जाकर मोबाइल नंबर अकाउंट के साथ रजिस्टर करवा कर इसे फिर शुरू करवा सकते हैं.
भारतीय स्टेट बैंक ऐप रीइंबर्समेंट क्लेम: भारतीय स्टेट बैंक ने बिल पेमेंट, पैसे ट्रांसफर और रीचार्ज की सुविधा देने वाली अपनी एसबीआई बड्डी ऐप को 30 नवंबर से बंद कर दिया है. इस ऐप का इस्तेमाल करने वाले जिन ग्राहकों के वॉलट में पैसे पड़े थे वो नजदीकी ब्रांच में जाकर पैसे वापस ले सकते हैं.