गुवाहाटी : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने चीन को आइना दिखाते हुए कहा है कि उसे भारत के अंदरुनी मामलों में दखल नहीं करना चाहिए. रिजिजू ने दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर चीन के बयान के जवाब में ये बातें कही. बता दें कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को चार अप्रैल से 13 अप्रैल तक अरुणाचल प्रदेश का दौरा करना है.
बता दें कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे से पहले चीन ने एक बार फिर से अपनी आंखे तरेरी थी. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ली कंग ने कहा था कि हम दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा की खबर से काफी चिंतित हैं. चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताता रहा है.
अरुणाचल दौरे पर दलाई लामा रविवार को गुवाहाटी यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करेंगे. लामा सोमवार को वह डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करेंगे, साथ ही वह तवांग के पास स्थित लुमला के लिए रवाना होंगे. तिब्बती धर्मगुरु तवांग में 7 अप्रैल तक रहेंगे. यह जगह मैकमोहन लाइन से सिर्फ 25 किलोमीटर की दूरी पर है.
वहीं दलाई लामा 10 अप्रैल को डिरांग और 11 अप्रैल को बोमडिला में उपदेश देंगे. 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद चीनी सेना इसी जगह से पीछे हटी थी. उसके बाद वह अरुणाचल की राजधानी इटानगर पहुंचेंगे. 12 अप्रैल दलाई लामा के अरुणाचल दौरे का आखिरी दिन होगा.
दलाई लामा ने शनिवार को ‘विश्व शांति के प्रति मानवीय दृष्टिकोण’ नाम के कार्यक्रम में हिस्सा लिया और संबोधित किया. उग्रवादी संगठन ‘यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम’ (ULFA) की दलाई लामा को दी गई धमकी के मद्देनजर गुवाहाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. ULFA ने तिब्बती धर्मगुरु को सार्वजनिक या निजी कार्यक्रमों में चीन ने खिलाफ न बोलने की चेतावनी दी है.