नई दिल्ली : आज नवरात्र का पांचवां दिन है, आज के दिन मां दुर्गा के पांचवे अवतार देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है. इनकी पूजा कुश या कंबल के आसन पर बैठ कर पूजा करें.
मां स्कंदमाता की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है. मां को प्रसन्न करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है. मोक्ष का मतलब होता है हर मुसीबत से छुटकारा पाना.
स्कंदमाता को खुश करने के लिए पूजा में उन्हें कमल का फूल जरूर चढ़ाएं. मां को चम्पा का भी फूल चढ़ाया जाता है. इसके साथ ही ऊं देवी स्कन्दमातायै नम: का जाप करना चाहिए. आज के दिन माता को अलसी का भोग और केले का भोग जरूर लगाएं.
माता को खुश करने से संतान की प्राप्ति होती है. मां स्कंदमाता भगवान स्कंद को गोद में बैठाए हुए हैं, उनका इस रूप की पूजा करने से भगवान स्कंद भी प्रसन्न हो जाते हैं. चार भुजाओें वाली मां स्कंदमात दाहिनी तरफ की ऊपर वाली भुजा से भगवान स्कंद को पकड़े हुए हैं.
मां को सच्चे मन से पूजने वाले को हमेशा मोक्ष मिलता है. जो कोई भी उनकी पूजा करता है उसकी गोद हमेशा भरी रहती है. दुर्गा मां के पांचवे रूप देवी स्कंदमाता को लाल वस्त्र में सुहाग का सामान जैसे, लाल चूड़ी, महावर, लाल बिंदी, नेलपेंट, सेब और लाल फूल बांधकर चढ़ाने से संतान की प्राप्ति होती है.