नई दिल्ली : लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी शीला दीक्षित का नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की लिस्ट में शामिल है. शीला दीक्षित ने केरल के राज्पाल का पद भी संभाला था, लेकिन उनका राजनीतिक सफर भी काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा.
शीला दीक्षित भारत के केरल राज्य की पूर्व राज्यपाल हैं. श्री निखिल कुमार के त्यागपत्र देने के बाद शीला की नियुक्ति इस पद पर की गई थी. इससे पहले वह राजधानी दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. वे देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला.
शीला ने साल 1998 से 2013 तक दिल्ली की सत्ता संभाली थी. साल 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री थीं, पहली सुषमा स्वराज थीं.
शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली के कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से ली. बाद में स्नातक और कला स्नातकोत्तर की पढ़ाई दिल्ली के मिरांडा हाउस कालेज से की.
शीला दीक्षित का विवाह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी तथा पूर्व राज्यपाल व केन्द्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री रहे, श्री उमा शंकर दीक्षित के परिवार में हुआ. शीला दीक्षित के स्वर्गीय पति विनोद दीक्षित आईएएस थे. उनकी दो संतानें हैं एक पुत्र व एक पुत्री.
जब जेल में गुजारने पड़े थे 23 दिन
शीला ने साल 1990 में अपने 82 साथियों के साथ 23 दिन जेल में भी बिताए हैं. वह अपने 82 साथियों के साथ महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को लेकर आंदोलन कर रही थीं, उनके आंदोलन के बाद हजारों लोग उत्तर प्रदेश की सड़कों पर समर्थन देने उतर आए थे.