पटना : बिहार विधान परिषद में बुधवार को दो बीजेपी नेताओं के बीच जमकर गुत्थम गुत्थी हो गई. बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबूल ने अपनी ही पार्टी के एमएलसी लाल बाबू प्रसाद की इसलिए लात-घूसों से पिटाई कर दी क्योंकि उनकी पत्नी लोजपा एमएलसी नूतन सिंह ने लालबाबू पर उन्हें छेड़ने का आरोप लगाया था.
दरअसल, विधान परिषद में लोजपा एमएलसी नूतन सिंह ने बुधवार को भाजपा एमएलसी लाल बाबू पर विधान परिषद में छेड़ने का आरोप लगाया था. जब उन्होंने इस बात की जानकारी अपने पति नीरज कुमार को दी तो उन्होंने विधान परिषद में ही लालबाबू की पिटाई कर डाली.
एमएलसी ने दी लिखित शिकायत
फिलहाल लोजपा एमएलसी नूतन सिंह और उनके पति ने गलत तरीके से छूने के मामले में लाल बाबू के खिलाफ लिखित शिकायत दी है. भाजपा विधायक का कहना है कि जब उनकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ हुई तो पत्नी ने उन्हें फोन करके इसकी जानकारी दी थी. जब उन्होंने विधान परिषद पहुंचकर पत्नी से इस बारे में बात की तो पता चला कि लालबाबू ने ऐसा पहले भी किया है.
हालांकि, एमएलसी लाल बाबू छेड़खानी के आरोपों से पूरी तरह इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि 35 साल से लगातार सेवा में लगा हूं और उन पर ऐसा आरोप कभी नहीं लगा है.
तेजस्वी यादव ने की पुष्टि
दूसरी तरफ जहां बीजेपी पे इस मसले पर चुप्पी साध रखी है तो वहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर मारपीट और छेड़खानी की घटना की पुष्टि की है. उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘कल का दिन बिहार विधानमंडल में एक काले दिन के रूप में दर्ज हो गया है. भाजपा के विधानपार्षद (एमएलसी)और उपाध्यक्ष लाल बाबू प्रसाद गुप्त ने बीजेपी के विधायक की पत्नी और उन्हीं के घटक दल की महिला विधानपार्षद को सरेआम सारी मर्यादाओं केा तार-तार करते हुए सदन के अंदर छेड़ दिया, गलत तरीके से छुआ और अभद्र टिप्पणी की’.
तेजस्वी यादव ने आगे लिखा है, ‘माननीय महिला विधान पार्षद के पति भी भाजपा के ही विधायक हैं, जो उस समय बिहार विधानसभा में उपस्थित थे. पीड़ित माननीया ने जब आपबीती अपने पति को बताई तो विधायक जी ने विधान परिषद में जाकर भाजपा के ‘माननीय’ विधान पार्षद की लात घूसे बरसाकर सरेआम पिटाई कर दी. जिस मारपीट को बिहार भर से आए माननीयों ने अपनी आंखों से देखा, उसे भाजपा के नेता बड़ी बेशर्मी से नकार रहे हैं.’
वहीं, भाजपा नेता भले ही इस मसले पर खुलकर नहीं बोल रहे हैं लेकिन लाल बाबू प्रसाद पर इस मामले की गाज गिर गई है. उनसे पार्टी में सभी पद छीन लिए गए हैं. इससे पहले वह बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद थे लेकिन पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी में वरिष्ठ नेता विनोद नारायण झा को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है.