Bulandshahr Mob Violence: बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का रहस्य गहराता जा रहा है. हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध के अलावा एक लड़के सुमित का भी मर्डर हुआ. दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि दोनों की हत्या 0.32 बोर की गोली मारकर ही की गई है.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा का रहस्य गहराता जा रहा है. हिंसा में दो लोगों की मौत हुई. हिंसा में मारे गए दोनों मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक इंस्पेक्टर सुबोध और सुमित दोनों की ही 0.32 बोर की गोली मारकर हत्या की गई थी. हालांकि अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है. खबरों की मानें तो सुमित के पोस्टमार्टम में उसके पेट से बरामद गोली भी 0.32 बोर की बताई गई. वहीं पहले आई इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही बताया गया कि उनकी हत्या 0.32 बोर की गोली सिर में मारकर हुई.
इसी के बाद इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या का रहस्य और गहरा गया है. कहा ये भी जा रहा है कि हो सकता है दोनों को एक ही हथियार से गोली मारी गई हो या हो सकता है भीड़ में एक जैसे दो अलग हथियार थे जिनसे ये हत्याएं की गईं. पोस्टमार्टम के बाद सुमित के शरीर से निकली गोली फोरेंसिक जांच के लिए गाजियाबाद फोरेंसिक लैब भेजी जाएगी. इस मामले की जांच कर रही पुलिस अब इन हत्याओं में इस्तेमाल हथियार या हथियारों को ढूंढ रही है. खबरों की मानें तो भीड़ ने इंस्पेक्टर की भी लाईसेंसी पिस्टल छीन ली थी जो की 0.32 बोर की ही थी.
इंस्पेक्टर सुबोध और सुमित को एक ही बोर के हथियार से गोली मारी गई, पोस्टर्माटम रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ, सुमित के पोस्टमार्टम में बरामद गोली भी 0.32 बोर की है। वहीं इंस्पेक्टर को भी 0.32 बोर की गोली सिर में मारी गई। गहरी साजिश! #BulandshahrViolence
— Pankaj Singh (@Pankaj_Singh79) December 4, 2018
शुरुआती जांच में कहा गया है कि इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को भीड़ ने घेरकर मारा था. उनकी आंख के पास सिर में गोली मारी गई, जिससे उनकी मौत हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि उन्हें 0.32 बोर की गोली लगी थी. पुलिस तभी से हत्या में इस्तेमाल हथियार खोज रही है. इसी हिंसा में मारे गए छात्र सुमित का मेरठ में पोस्टमार्टम मंगलवार को हुआ. पोस्टमार्टम से पहले एक्सरे किया गया. पोस्टमार्टम में डॉक्टरों के पैनल को सुमित के शरीर से भी 0.32 बोर की गोली मिली.
सूत्रों के मुताबिक इस गोली को सील करके स्याना कोतवाली भेजा गया. कहा जा रहा है कि वहां से गोली फोरेंसिक लैब गाजियाबाद में आगे की जांच के लिए भेजी जाएगी. इस पहले गोली की जांच के लिए मेरठ की फोरेंसिक टीम को बुलाया गया. प्राथमिक जांच के बाद ही गोली को सील किया गया. पुलिस को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जल्द से जल्द केस सुलझाने के निर्देश मिले हैं. इसी के बाद जांच अधिकारियों ने कहा कि 48 घंटे में इन हत्याओं का पूरा सच पता किया जाएगा.