नई दिल्ली: मां दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, अर्चना का विधान है. मां ब्रह्मचारिणी को इस प्रकार आप खुश कर सकते हैं.
इधाना कदपद्माभ्याममक्षमालाक कमण्डलु
देवी प्रसिदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्त्मा
चैत्र नवरात्र शुरू हो चुके हैं. इन दिनों ज्ञान, बुद्दि, विवेक और ऐश्वर्य देने वाली माता के नौ रुपों की पूजा होती है. वैसे तो देवी दुर्गा का हर रूप की पूजा भक्तों के लिए लाभकारी होती है, लेकिन अगर आर अपने राशि के हिसाब से देवी के रूप की पूजा करें तो आपके लिए ज्यादा फलदायक होगा. हम आपको बता रहे हैं आपकी राशि के अनुसार नवरात्र में देवी दुर्गा के किस रूप की पूजा करें.
मेष: मेष राशि के लोग अगर स्कंद माता की पूजा करें तो जल्द ही उनकी सारे सपने पूरे हो सकते हैं.
वृषभ:वृषभ राशि के लोग मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की उपासना करें, इससे उन्हें मनचाहा फल मिलेगा.
मिथुन: मिथुन राशि के लोगों को ब्रह्मचारिणी की उपासना करनी चाहिए. मां ब्रह्मचारिणी ज्ञान प्रदाता, विद्या के अवरोध दूर करती हैं.
कर्क: इस राशि के लोगों को शैलपुत्री की आराधना करनी चाहिए.
सिंह: सिंह राशि के लिए मां कूष्मांडा की साधना विशेष फल करने वाली है. दुर्गा मंत्रों का जाप करें.
कन्या: कन्या राशि के लोगों को ब्रह्मचारिणी का पूजन करना चाहिए.
तुला: इस राशि के लोगों को महागौरी की पूजा-आराधना से विशेष फल प्राप्त होते हैं.
वृश्चिक:वृश्चिक राशि के लोग स्कंदमाता की उपासना करें, इससे उन्हें उचित फल मिलेगा.
धनु: धनु राशि के लोग चंद्रघंटा की उपासना करें.
मकर: मकर राशि के लोगों के लिए कालरात्रि की पूजा सर्वश्रेष्ठ मानी गई है.
कुंभ: कुंभ राशि के लोगों कालरात्रि की उपासना करें.
मीन: मीन राशि के लोगों को चंद्रघंटा की उपासना करनी चाहिए.