UP Bulandshahar Almi Tablighi Ijtema: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इज्तेमा के लिए लाखों लोग कई देशों से शामिल हुए. बड़ी संख्या में लोगों के एक जगह पहुंचने की होड़ में सड़कों पर जाम भी देखने को मिला. इस कारण जाम में फंसे मुस्लिम नमाज पढ़ नहीं पा रहे थे जिस कारण स्थानिय निवासियों ने उनकी नमाज के लिए मंदिर को खोल दिया.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कई लाखों मुस्लिम इज्तेमा के लिए जमा हुए. दरियापुर में चल रहे आलमी तब्लीगी इज्तेमा के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द देखने को मिली. इसमें शामिल होने के लिए बुलंदशहर जा रहे लोग जाम में फंस गए. इस दौरान जाम में फंसे लोगों की परेशानी समझते हुए गांव के प्राचीन शिव मंदिर को नमाज पढ़ने के लिए खोल दिया गया. मुस्लमानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए निवासियों ने मंदिर में नमाज पढ़ने की सुविधा की. केवल इतना ही नहीं बल्कि नमाज के बाद सभी को जलपान भी करवाया गया.
इज्तेमा में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों से लोग शामिल होने आए. इस दौरान सड़कों पर भीड़ और जाम देखने को मिला. जाम में फंसे लोगों को दोपहर की नमाज पढ़नी थी. इसके लिए जैनपुर के शिव मंदिर को खोला गया. हालांकि ये नमाज इज्तेमा की जगह जाकर पढ़नी थी लेकिन जाम के कारण लोग नहीं पहुंच पाए और वहीं नमाज पढ़ी गई. गांव के प्रधान गंगा प्रसाद ने मंदिर में नमाज पढ़वाने का फैसला लिया. नमाज से पहले वुजू के लिए भी पानी का इंतजाम करवाया गया.
मंदिर के पुजारी ने भी बताया कि लगभग वहां मौजूद सभी मु्स्लिमों ने मंदिर में ही नमाज पढ़ी. उन्होंने कहा कि मंदिर सभी के लिए है यहां आने से किसी को रोका नहीं जा सकता. वहीं इन लोगों में शामिल मुफ्ती इमरान ने इस बारे में कहा कि इज्तेमा में मजहब के बताए रास्ते पर चलने, दूसरों की मदद करने, मेल-मोहब्बत से रहने, वतन से मोहब्बत के बारे में तकरीर होती है. इज्तेमा के आखिरी दिन मुल्क की तरक्की के लिए दुआ होगी. बता दें कि बुलंदशहर में इज्तेमा के लिए 8 लाख वर्ग फुट की जगह में पंडाल लगाए गए. इसमें 10 से ज्यादा देशों से लोग शामिल हुए.