फ्रांस की एल्प्स पहाड़ियों में क्रैश हुए जर्मन विंग्स के विमान के बारे में एक बड़ा ख़ुलासा हुआ है. विमान हादसे की जांच कर रहे फ्रांस के अधिकारियों ने कहा है कि विमान के को पायलट ने विमान को जानबूझ कर क्रैश कराया. विमान के को-पायलट का नाम आंद्रे लूबिट्ज़ था. अधिकारियों के मुताबिक मुख्य पायलट जब कॉकपिट से बाहर निकला तो को-पायलट ने कॉकपिट अंदर से लॉक कर लिया और विमान का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया.
वाशिंगटन. फ्रांस की एल्प्स पहाड़ियों में क्रैश हुए जर्मन विंग्स के विमान के बारे में एक बड़ा ख़ुलासा हुआ है. विमान हादसे की जांच कर रहे फ्रांस के अधिकारियों ने कहा है कि विमान के को पायलट ने विमान को जानबूझ कर क्रैश कराया. विमान के को-पायलट का नाम आंद्रे लूबिट्ज़ था. अधिकारियों के मुताबिक मुख्य पायलट जब कॉकपिट से बाहर निकला तो को-पायलट ने कॉकपिट अंदर से लॉक कर लिया और विमान का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया.
इसी के कुछ देर बाद विमान हादसे का शिकार हो गया. फ्रांस के अधिकारियों ने जो भी ख़ुलासे किए हैं. वो विमान के वॉयस रिकॉर्डर से मिली जानकारी के आधार पर सामने लाए गए हैं. इससे पहले खबर आई थी कि जर्मनविंग्स विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से पहले इसके दो में से एक पायलट कॉकपिट से बाहर निकल गया था.
न्यूयॉर्क टाइम्स में बुधवार को प्रकाशित खबरों के अनुसार, जांच में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कॉकपिट में मौजूद वॉइस रिकॉर्डर से मिले सबूत इस तरफ इशारा करते हैं कि पायलट कॉकपिट से बाहर निकलने के बाद दोबारा इसमें प्रवेश नहीं कर पाया था. जांचकर्ता ने बताया, “पायलट दरवाजे पर दस्तक दे रहा था, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला और फिर उसने तेजी से खटखटाया फिर कोई जवाब नहीं मिला. उधर से कोई जवाब नहीं आया. आप सुन सकते हैं कि उसने दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की.”
जांचकर्ता ने कहा, “हमें नहीं पता कि क्यों पायलट बाहर गया था, लेकिन यह बिल्कुल स्पष्ट है कि दुर्घटना से ठीक पहले कॉकपिट में एक ही पायलट था और अकेला होने के कारण उसने दरवाजा नहीं खोला.”