लोकसभा में सांसद ने पूछा, बूचड़खाने बंद हो गए तो क्या शेरों को पालक पनीर खिलाएगी सरकार ?

योगी सरकार द्वारा बंद कराए गए अवैध बूचड़खानों पर की गई कार्रवाई अब तूल पकड़ता जा रहा है. अवैध बूचड़खानों पर तालाबंदी से राज्य के चिड़ियाघर के शेरों को खुराक के तौर पर मांस नहीं मिल रहा है. उन्हें चिकन दिया जा रहा है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ये मुद्दा शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान लोकसभा में उठाया.

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लोकसभा में सांसद ने पूछा, बूचड़खाने बंद हो गए तो क्या शेरों को पालक पनीर खिलाएगी सरकार ?

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  • March 24, 2017 4:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: योगी सरकार द्वारा बंद कराए गए अवैध बूचड़खानों पर की गई कार्रवाई अब तूल पकड़ता जा रहा है. अवैध बूचड़खानों पर तालाबंदी से राज्य के चिड़ियाघर के शेरों को खुराक के तौर पर मांस नहीं मिल रहा है. उन्हें चिकन दिया जा रहा है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ये मुद्दा शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान लोकसभा में उठाया. 
 
 
क्या कहा चौधरी ने ?
चौधरी ने ईकोसिस्टम का हवाला देते हुए कहा कि भारत 28 हजार करोड़ रूपये मूल्य के मांस का निर्यात करता है लेकिन उत्तर प्रदेश के चिडि़याघरों में शेर और बब्बर शेरों को मांस के बजाय चिकन खाने को दिया जा रहा है. प्रकृति की एक जैविक व्यवस्था है. जिसमें सभी का जिंदा रहना जरूरी है लेकिन यूपी सरकार मांस का उपभोद बंद कर रही है. ऐसे में क्या शेर और बब्बर शेर पालक-पनीर खाकर रहेंगे. 
 
 
बूचड़खानों पर तालाबंदी का असर कानपुर चिड़ियाघर के जानवरों पर पड़ा है. यहां के 100 से ज्यादा मांसाहारी जानवरों को बीते 24 घंटे से मीट नसीब नहीं हुआ है.  कई चिड़ियाघरों में शेरों को चिकन खिलाने की कोशिश तो की जा रही है लेकिन शेर अपनी आदत के मुताबिक चिकन नहीं खा रहे हैं.
 
 
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट रहे इटावा की लॉयन सफारी के लिए गुजरात से लाए गए शेर भी भूखे हैं. चिड़ियाघर के अधिकारियों के मुताबिक उन्हें रोजाना 235 किलो भैंस के मीट की जरूरत होती है लेकिन पिछले दो दिनों से सिर्फ 80 किलो मीट ही मिल पा रहा है.

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