Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • पंजाब सरकार सिद्धू को दे सकती है कॉमेडी शो करने की इजाजत, मगर फंस सकता है कानूनी पेंच

पंजाब सरकार सिद्धू को दे सकती है कॉमेडी शो करने की इजाजत, मगर फंस सकता है कानूनी पेंच

पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बतौर मंत्री पद पर रहते हुए कपिल शर्मा के कॉमेडी शो में शिरकत करने को लेकर मचे राजनीतिक बवाल को पंजाब सरकार खत्म करने का मन बना रही है. सूत्रों के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले को लेकर पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा से लीगल ऑपिनियन मांगा था और अब इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को ग्रीन सिग्नल देने की तैयारी है.

Advertisement
  • March 23, 2017 4:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लुधियाना:  पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बतौर मंत्री पद पर रहते हुए कपिल शर्मा के कॉमेडी शो में शिरकत करने को लेकर मचे राजनीतिक बवाल को पंजाब सरकार खत्म करने का मन बना रही है. सूत्रों के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले को लेकर पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा से लीगल ऑपिनियन मांगा था और अब इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को ग्रीन सिग्नल देने की तैयारी है.
 
पंजाब के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा की और से ऑफ रिकॉर्ड मिली जानकारी के मुताबिक शुरूआती तथ्यों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ ऑफिस ऑफ प्रॉफिट या कॉन्फलिक्ट ऑफ इंट्रस्ट  का कोई मामला बनता हो और उनके टीवी में काम करने को लेकर कोई कानूनी पेचीदगी हो.
 
क्या है कानून के जानकारों की राय
 
लेकिन कानून के जानकारों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू का मंत्री पद पर रहते हुए एक मंत्री को मिलने वाली तमाम सुविधाओं को लेते हुए इस तरह से पैसे कमाने की दलील देकर एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में शामिल होना नैतिकता और एक मंत्रीपद की आचार संहिता के हिसाब से ठीक नहीं है.
 
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील हरभजन सिंह बाजवा, जगमोहन सिंह भट्टी और एच. सी. अरोड़ा के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू के मामले में भले ही पंजाब सरकार ये कहे कि ये ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का मामला नहीं बनता लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने केंद्रीय मंत्रियों के लिए जो मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू कर रखा है अगर वो मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट पंजाब सरकार भी लागू कर देती है तो ऐसे में ये मामला आचार संहिता के उल्लंघन का जरूर होगा.
 
सिद्धू का उदाहरण दे सकते हैं दूसरे मंत्री
 
कानून के जानकारों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू को मोरल ग्राउंड पर नैतिकता के आधार पर टीवी शो में काम करने से बचना चाहिए क्योंकि जिस तरह के शो में वो काम कर रहे हैं उससे आने वाले दिनों में ये मामला बढ़ता ही जाएगा और कल को पंजाब सरकार और दूसरे राज्य सरकारों के अन्य मंत्री, अफसर और कर्मचारी भी नवजोत सिंह सिद्धू का उदाहरण देकर ये दलील दे सकते हैं कि वो भी 9 से 6 के अपने सरकारी कामकाज को खत्म करने के बाद कोई भी अन्य काम कर सकते हैं. इसी वजह से नवजोत सिंह सिद्धू के एक रोल मॉडल और एक राजनेता होते हुए एक मिसाल कायम करते हुए कॉमेडी शो में काम करने के अपने फैसले को टाल देना चाहिए.
 
पंजाब के मुख्य सचिव को चिट्ठी
 
वकील और सामाजिक कार्यकर्ता एच. सी. अरोड़ा ने नवजोत सिंह सिद्धू के मामले पर पंजाब के मुख्य सचिव को एक चिट्ठी लिखी है. एच. सी. अरोड़ा के मुताबिक कानून के मुताबिक संवैधानिक पदों पर रहने वाले राजनेता कोड ऑफ कंडक्ट से बंधे होते हैं. ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू के टीवी पर कॉमेडी शो करने का मामला ऑफिस ऑफ प्रॉफिट में भले ही ना आता हो लेकिन कोड ऑफ कंडक्ट के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू टीवी पर किसी कार्यक्रम में शामिल होने की एवज में पैसा नहीं ले सकते और ना ही वो किसी चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से कोई भी पैसा ले सकते हैं.
 
ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू को टीवी  शो करने से रोका जाए. एच. सी. अरोड़ा ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी अपील के बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू मंत्री पद पर भी रहे और टीवी  में भी काम करते रहें तो ऐसे में वो पंजाब के राज्यपाल से भी इसकी शिकायत करेंगे और साथ ही पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में भी इस मामले को लेकर पिटीशन दाखिल करेंगे.

Tags

Advertisement