मुंबई. मुंबई में 11 जुलाई, 2006 को मुंबई की उपनगरीय रेलों (लोकल ट्रेन) में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में घायल पराग सावंत का मंगलवार सुबह निधन हो गया. वह पिछले नौ वर्षो से कोमा में थे. घटना के समय पराग की उम्र 27 वर्ष थी. वह चर्चगेट-विरार रेल से अपने घर जा रहे थे. तभी भयंदर के पास इस रेल के डिब्बे में बम विस्फोट हुआ.
मुंबई. मुंबई में 11 जुलाई, 2006 को मुंबई की उपनगरीय रेलों (लोकल ट्रेन) में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में घायल पराग सावंत का मंगलवार सुबह निधन हो गया. वह पिछले नौ वर्षो से कोमा में थे. घटना के समय पराग की उम्र 27 वर्ष थी. वह चर्चगेट-विरार रेल से अपने घर जा रहे थे. तभी भयंदर के पास इस रेल के डिब्बे में बम विस्फोट हुआ.
पराग के सिर में गहरी चोट लगी थी. वह मस्तिष्काघात से जूझ रहे थे. उन्हें मीरा रोड स्थित भक्तिवेदांत अस्पताल में भर्ती कराया था, जिसके बाद उन्हें दक्षिण मुंबई के पी.डी.हिंदुजा अस्पताल में भेज दिया गया. पूर्वोत्तर मुंबई से बीजेपी सांसद किरीट सौमेया ने सावंत के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं यह खबर सुनकर उदास हूं. पिछले सप्ताह ही मैंने अगले शनिवार को 7/11 की नौवीं बरसी पर पराग से अस्पताल में मिलने को लेकर उनके परिवार से चर्चा की थी. पराग और उसके परिवार ने इस त्रासदी का बहादुरी से सामना किया है.’
पराग के परिवार में उनकी पत्नी प्रीती और आठ वर्षीया बेटी प्रणीति है. पराग ने अपने बेटे को कभी नहीं देखा, क्योंकि बेटे का जन्म उस समय हुआ था, तब पराग कोमा में थे. प्रीती को बाद में रेलवे में नौकरी दी गई. आपको बता दें कि 7/11 मुंबई की उपनगरीय रेलों में सिर्फ 11 मिनट के अंतराल पर सात बम विस्फोट हुए थे. (IANS)