नई दिल्ली: गोवा में कांग्रेस से कम सीट लाने के बावजूद सरकार बनाने में कामयाब रही बीजेपी ने ना सिर्फ गोवा में सरकार बनाई बल्कि कुशल रणनीति और संगठनात्मक शक्ति का भी शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया. गोवा में सरकार बनाने में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी की अहम भूमिका रही. नितिन गड़करी ने खुद इस पूरी कवायद का खुलासा किया है.
अमित शाह को था सरकार बनने का भरोसा
उन्होंने कहा कि गोवा के परिणाम आने के साथ ही अमित शाह के कहने पर वो एक्शन में आ गए और बीजेपी की रणनीति को अमली जामा पहनाकर ही उन्होंने दम लिया.
ऐसे घटा पूरा घटनाक्रम
नितिन गडकरी के मुताबिक ‘ जब नतीजे सामने आए तो अमित शाह ने मुझे फोन कर मिलने मुलाया. मैं शाम सात बजे उनके घर उनसे मिलने पहुंचा, जहां गोवा के वर्तमान हालात पर हमारी विस्तृत चर्चा हुई. हमारे पास संख्याबल में सिर्फ 13 विधायकों का समर्थन था. मैने कहा कि हमारे पास उम्मीद के मुताबिक समर्थन नहीं है. इसपर उन्होंने कहा कि हमें गोवा में सरकार बनाना है और मुझे तुरंत गोवा रवाना होने को कहा. मैं भी बिना समय गवाए तुरंत गोवा के लिए रवाना हो गया.’
रातभर जागकर गडकरी बनाते रहे पार्टी की रणनीति
आगे उन्होंने बताया ‘ गोवा पहुंचने के बाद वहां मिलने आए प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे कहा कि मनोहर पर्रिकर का रक्षा मंत्रालय छोड़कर गोवा लौटना ठीक नहीं है. मैने मनोहर पर्रिकर से भी बात की.’
इसके बाद गडकरी रात भर सरकार बनाने की संभावनाओं पर विचार विमर्श करते रहे. उन्होंने बताया ‘ रात करीब डेढ़ बजे एमजीपी के सुदिन धावलिकर ने मुझसे मुलाकात की. उन्होंने हमें समर्थन देने की बात कही, इसके बाद गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई भी मुझसे मिलने पहुंचे.’
पीएम की अनुमति के बाद हुआ फैसला
गडकरी के मुताबिक ‘सुबह करीब पांच बजे दोनों पार्टी के नेताओं ने उनके सामने शर्त रखी कि अगर मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बनते हैं तो ही वो बीजेपी को समर्थन देंगे. मैंने करीब सवा पांच बजे अमित शाह को फोन कर घटना की पूरी जानकारी दी और कहा कि मैं फैसला नहीं कर पा रहा हूं, आप राय दें. उन्होंने कहा कि वह सुबह सात बजे पीएम को फोन करेंगे और अगर पर्रिकर को गोवा भेजना ही है तो संसदीय बोर्ड इसका फैसला करेगा और पर्रिकर की इच्छा पर भी विचार किया जाएगा.’
उन्होंने बताया कि सुबह आठ बजे अमित शाह ने उन्हें फोन कर बताया कि पीएम और अन्य लोगों से बात हो गई है और हम गोवा में सरकार बना रहे हैं.