नई दिल्ली : उत्तराखंड का मुख्यमंत्री चुने जाने को लेकर बीजेपी में कवायद तेज हो गई है. इस बीच मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में पूर्व मंत्री प्रकाश पंत और त्रिवेंद्र सिंह रावत का नाम सबसे आगे चल रहा है.
बता दें कि बीजेपी को उत्तराखंड चुनावों में 57 सीटों के साथ बहुमत हासिल हुआ था और अब पार्टी जल्द ही मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने वाली है. वैसे तो पार्टी में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार माने जा रहे हैं लेकिन पंत और रावत इनमें सबसे आगे हैं.
पंत की साफ छवि
दोनों ही नेताओं में कांटे की टक्कर है क्योंकि चुने जाने के लिए दोनों का अपना-अपना मजबूत आधार है. प्रकाश पंत को उनकी साफ छवि के कारण जाना जाता है. पूर्व पर्यटन, संस्कृति, संसदीय कार्य और पुनर्गठन मंत्री होने के कारण पंत के साथ प्रशासनिक कार्यों का अनुभव भी है. उनके पर किसी तरह के भ्रष्टाचार का आरोप भी नहीं है.
रावत ने की आरएसएस से शुरुआत
वहीं, त्रिवेंद्र रावत पूर्व कृषि मंत्री रह चुके हैं. उनका नाम बीज घोटाले में आ चुका है. हालांकि, उनके पक्ष में भी कई बातें जाती हैं. रावत ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आरएसएस प्रचारक के तौर पर की थी. उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव कई मुख्य पदों पर काम भी किया है. फिलहाल वो झारखंड में बीजेपी के राज्य प्रभारी हैं.
इनके अलावा पार्टी में कई और दावेदर हैं, जिनमें बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य सतपाल महाराज, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस कोश्यारी और रामेश पोखरियाल का नाम शामिल है. फिलहाल शुक्रवार को विधायकों की बैठक है जिसमें पर्यवेक्षक जाएंगे और वहां विधायकों से रायशुमारी करके मुख्यमंत्री चुना जाएगा.