Rajasthan Assembly Elections 2018: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के भीतर घमासान मचा हुआ है. टिकट वितरण से नाराज कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष निजाम कुरैशी ने इस्तीफा दे दिया है. इतना ही नहीं, सूबे के 35 जिलाध्यक्षों ने भी टिकट बंटवारे से नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
जयपुरः Rajasthan Assembly Elections 2018: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए करीब 20 दिनों का समय शेष रह गया है और ऐसे वक्त में कांग्रेस की अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. टिकट बंटवारे से नाराज कांग्रेस के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष निजाम कुरैशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. निजाम कुरैशी का आरोप है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में मुस्लिम नेताओं को टिकट देने में भेदभाव किया है. निजाम कुरैशी के समर्थन में सूबे के 35 जिलाध्यक्षों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों की मानें तो निजाम कुरैशी अपनी पूरी टीम के साथ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निजाम कुरैशी ने कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस में टिकट पैसे लेकर दिए गए हैं. कांग्रेस अब कार्यकर्ताओं की पार्टी नहीं रह गई है. टिकट बंटवारे में मु्स्लिम समुदाय की अनदेखी की गई है. बातचीत में उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि उन्हें बीजेपी में जाने से कोई परहेज नहीं है. कुरैशी कहते हैं कि मुस्लिम समाज को बीजेपी के कोई परहेज नहीं है.
बताते चलें कि अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की इस्तीफे की खबर मिलते ही राजस्थान के 35 जिलों के जिलाध्यक्षों (अल्पसंख्यक इकाई) ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने टिकट बंटवारे में मुस्लिम समाज की अनदेखी की है. टिकट वितरण को लेकर समाज के नेताओं से कोई संवाद नहीं किया गया. फिलहाल पार्टी नेतृत्व निजाम कुरैशी को मनाने की बात कह रहा है लेकिन कुरैशी के तेवरों को देखकर ऐसा हरगिज नहीं लगता है कि वह कांग्रेस में बगैर किसी शर्त के वापसी करेंगे.
गौरतलब है कि राजस्थान में कांग्रेस 200 में से 184 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है. कांग्रेस की पहली लिस्ट में 9 मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है. इसके अलावा ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत, जाट, एससी-एसटी वर्ग से आने वाले लोगों को भी टिकट दिए गए हैं. राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों के लिए 7 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. 7 दिसंबर को तेलंगाना विधानसभा के लिए भी वोटिंग होगी. 11 दिसंबर को पांचों राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना) के नतीजे घोषित किए जाएंगे.