Hindu Activists Worship Puja at Taj Mahal: शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी की याद में आगरा में बनवाए गए मकबरे को लेकर विवाद जारी है. हिंदुवादी संगठन इसे पहले हिंदू संस्कृति से जुड़ा करार दे रहे हैं. इसी कड़ी में तीन महिलाओं ने ताजमहल की मस्जिद में जाकर पूजा की और गंगाजल चढ़ाया.
आगरा. हाल ही में गठित हुए अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद से जुड़ी तीन महिलाओं द्वारा आगरा के ताज महल में बनी 400 साल पुरानी मस्जिद में पूजा अर्चना करने का मामला सामने आया है. इन महिलाओं ने ताजमहल के मस्जिद वाले हिस्से में धूपबत्ती जलाई और गंगाजल भी छिड़का. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें ये महिलाएं मस्जिद परिसर में पूजा करती नजर आ रही हैं.
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद दक्षिणपंथी विचारों वाला संगठन है. इस संगठन ने इसी साल हिंदू कैलेंडर जारी किया था जिसमें ताजमहल को तेजोमहालय और अन्य मुस्लिम प्रतीकों को हिंदू परंपराओं से जोड़कर दिखाया था. इस मामले पर संगठन की जिला अध्यक्ष मीना दिवाकर ने इस घटना पर कहा कि अगर मुस्लिमों को यहां रोजाना नमाज पढ़ने की इजाजत है तो हम भी हमारे तेजोमहालय में पूजा कर सकते हैं. संगठन के इस कदम से सांप्रदायिक तनाव फैलने की उम्मीद है.
ताजमहल की सुरक्षा में तैनात CISF के कमांडेंट ब्रज भूषण ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा में तैनात जवानों को मस्जिद के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. ASI के सुपरीटेंडिंग आर्कोलॉजिस्ट (आगरा सर्कल) वसंत सावरंकर ने इस मामले पर कहा कि इस घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने घटनास्थल पर जांच के लिए एएसआई स्टाफ को भेजा था लेकिन वहां पूजा की कोई सामग्री नहीं मिली. उन्होंने कहा कि CISF से CCTV सौंपने को कहा गया है ताकि इस दावे की पुष्टि की जा सके. उन्होंन कहा कि अगर पुष्टि हो जाती है तो इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.