चंडीगढ़: पंजाब की सत्ता में 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी हो गई है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल वीपी बदनौर से मुलाकात से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया है. इससे पहले कैप्टन को विधायक दल का नेता चुन लिया था. मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि मैं 16 मार्च को सीएम पद की शपथ लूंगा.
’16 तारीख की गई है फिक्स’
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं राज्यपाल से मिला और सरकार बनाने का दावा पेश किया. 16 तारीख फिक्स की गई है. पंजाब में जीत के बाद राहुल गांधी से बात हुई? इस सवाल पर कैप्टन अमरेंद्र ने कहा, उन्होंने कहा, बहुत अच्छे अमरेंद्र. मैंने कहा, धन्यवाद राहुल. हम पंजाब में ईमानदारी से काम करेंगे और जनता के लिए ये सरकार काम करती रहेगी.
‘नशे की समस्या सबसे पहले’
कैप्टन अमरेंद्र ने आगे कहा कि पंजाब नशे की समस्या से निपटने के लिए मनोचिकत्सकों की जरूरत है. 2 मुद्दों पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, शिक्षा और सेहत. उन्होंने कहा कि जीत के बाद पीएम मोदी से बात हुई थी, प्रधानमंत्री ने भरोसा दिया है कि पंजाब को जिस तरह की मदद चाहिए, सरकार देगी.
पंजाब चुनाव में बीजेपी की हार के बाद प्रकाश सिंह बादल ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा प्रकाश सिंह बादल ने अपनी हार कबूलते हुए पंजाब के कांग्रेस प्रधान कैप्टन अमरेंद्र सिंह को उनकी जीत पर बधाई भी दी है. प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि उन्होंने 10 सालों तक पंजाब के विकास कार्य करवाए. लेकिन इसके बावजूग कहां कमी रह गई इसकी समीक्षा की जाएगी.
पंजाब के मिलीं 77 सीटें
बता दें कि पंजाब की कुल 117 सीटों में से कांग्रेस को 77 सीटों के साथ बहुमत हासिल हुआ है. इसके बाद चुनाव में पहली बार उतरी आम आदमी पार्टी 20 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही है. वहीं, अकाला-बीजेपी को 18 सीटें मिली हैं. इनमें अकाली दल के खाते में 15 और बीजेपी के पास तीन सीटें आई हैं. लोक इंसाफ पार्टी को दो सीटें मिली हैं.