नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांग्रेस को मिली करारी हार से राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने मोर्चा खोल दिया है.
संदीप ने कहा है कि राहुल भी इस हार के जिम्मेदार हैं. यूपी में कांग्रेस सिर्फ एक मजाक बनकर रह गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी ही नीतियों को लेकर कंफ्यूज है. वह देवरिया से शुरू हुई किसान यात्रा के अचानक रोक लिए जाने के फैसले पर उठा रहे थे.
उन्होंने कहा कि हमें शुरू से ही पता था कि हम वहां सरकार नहीं बना पाएंगे लेकिन फिर भी हम 30-40 सीटें जीत सकते थे. 15-20 सालों बाद हमारी रणनीति मजबूत थी लेकिन ऐसा क्या हो गया कि इस यात्रा को रोक दिया गया.
दीक्षित ने कहा कि देवरिया से दिल्ली तक की यात्रा रोकने से हमें यूपी में काफी नुकसान हो गया है. उनका मानना है कि यूपी में करारी के पीछे सबकी जिम्मेदारी है इसमें राहुल गांधी की भी जिम्मेदारी है.
संदीप ने कहा कि हार के बाद हर पार्टी में विश्लेषण होता है कि लेकिन आज तक कांग्रेस में कभी विश्लेषण हुआ ही नहीं. उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस को अपनी मूल नीतियों में लौटना चाहिए.
इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि मणिपुर और गोवा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और देश में अभी वही सबसे बड़ी पार्टी है. हमें अपनी नीतियों पर आत्मविश्लेषण करना चाहिए और नए लोगों को मौका देना चाहिए.
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस ने दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को सीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया था और बड़े ही उत्साह से राहुल गांधी अगुवाई में देवरिया से दिल्ली की यात्रा शुरू कर दी. लेकिन बाद में कांग्रेस ने सपा से समझौता कर लिया.
लेकिन यह समझौता सपा को भारी पड़ गया और 50 सीटें भी नहीं पा सकी वहीं कांग्रेस को सिर्फ 7 ही सीटें नसीब हो पाईं.