नई दिल्ली. व्यापमं घोटाले की कवरेज के लिए मध्यप्रदेश गए पत्रकार अक्षय सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनकी बहन पाक्षी की मांग को राज्य सरकार ने मान लिया है. पाक्षी ने रविवार को पत्र लिखकर राज्य सरकार से मांग की थी कि पारदर्शी जांच के लिए उनकी विसरा की जांच राज्य के बाहर होनी चाहिए.
नई दिल्ली. व्यापमं घोटाले की कवरेज के लिए मध्यप्रदेश गए पत्रकार अक्षय सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनकी बहन पाक्षी की मांग को राज्य सरकार ने मान लिया है. पाक्षी ने रविवार को पत्र लिखकर राज्य सरकार से मांग की थी कि पारदर्शी जांच के लिए उनकी विसरा की जांच राज्य के बाहर होनी चाहिए.
मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह ने कहा, सरकार ने तय किया है कि अक्षय सिंह के शव के विसरा नमूने की भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और केन्द्रीय फोरेंसिंक विज्ञान प्रयोगशाला से जांच कराई जाएगी.
पाखी ने शिवराज सिंह चौहान को लिखे अपने पत्र में कहा था, ‘जैसा कि आप जानते हैं कि उसकी (अक्षय) मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, मेरा आपसे आग्रह है कि पारदर्शी जांच के लिए उसकी विसरा जांच मध्य प्रदेश के बाहर कराई जाए, अच्छा होगा यदि जांच दिल्ली स्थित एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में कराई जाएगी, कृपया इसके लिए अनुमति दें.’
आपको बता दें कि दिल्ली निवासी टेलीविजन पत्रकार अक्षय सिंह की शनिवार को मध्य प्रदेश के झाबुआ में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. वह व्यपामं घोटाले की कवरेज करने वहां गए थे. झाबुआ के पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने कहा था कि अक्षय सिंह और उनके दो सहयोगियों ने एक घंटे तक नम्रता के परिवार का साक्षात्कार लिया, इसके बाद वह अचानक बीमार पड़ गए. अक्षय को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. (IANS)