एथेंस. आर्थिक संकट से निकलने की जद्दोजहद में लगे ग्रीस ने रविवार को हुए जनमत संग्रह में यूरोपियन यूनियन और आईएमएफ की ओर से कर्ज के बदले रखी गई खर्चों में कटौती की कड़ी शर्तों को ठुकरा दिया है. ग्रीस के मतदाता यूरोजोन में रहने या न रहने के सवाल पर जनमत संग्रह में शामिल हुए. अभी तक जो परिणाम सामने आया है, उनमें 61 फीसदी मतदाताओं ने यूरोजोन में न रहने के फैसले पर मुहर लगाई है.
एथेंस. आर्थिक संकट से निकलने की जद्दोजहद में लगे ग्रीस ने रविवार को हुए जनमत संग्रह में यूरोपियन यूनियन और आईएमएफ की ओर से कर्ज के बदले रखी गई खर्चों में कटौती की कड़ी शर्तों को ठुकरा दिया है. ग्रीस के मतदाता यूरोजोन में रहने या न रहने के सवाल पर जनमत संग्रह में शामिल हुए. अभी तक जो परिणाम सामने आया है, उनमें 61 फीसदी मतदाताओं ने यूरोजोन में न रहने के फैसले पर मुहर लगाई है. जबकि 39 फीसदी ने इसके हक में वोट दिया है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास ने ‘नो’ में वोट करने की अपील करते हुए बेलआउट के ब्लैकमेल को नकारने की अपील जनता से की थी. अगर ग्रीस में बहुमत ‘यस’ पर वोटिंग करता है तो यूरोपीय यूनियन ग्रीस को बेलआउट पैकेज दे सकता है, जिसके बाद देश पर गहराया संकट फिलहाल टल जाएगा. अगर जनमत में ‘नो’ यानी ‘नहीं को बहुमत मिलता तो ग्रीस को यूरो जोन से बाहर होना पड़ेगा. इससे यूरोप को भी करीब एक हजार अरब यूरो का नुकसान उठाना होगा.