Exclusive : फरार चल रहे गायत्री प्रजापति की एक चिट्ठी पर बदल गया मतगणना एजेंट

अमेठी. गैंगरेप के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति को इस समय उत्तर प्रदेश की पुलिस गिरफ्तार करने के लिए ढूढ़ रही है. लेकिन पर्दे के पीछे कहानी कुछ और ही चल रही है. गायत्री प्रजापती अमेठी प्रशासन को चिट्ठी लिखकर अपने बेटे अनिल प्रजापति को काउंटिंग एजेंट बनाने की सिफारिश कर रहे हैं और बिना जिलाधिकारी […]

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Exclusive : फरार चल रहे गायत्री प्रजापति की एक चिट्ठी पर बदल गया मतगणना एजेंट

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  • March 8, 2017 10:35 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
अमेठी. गैंगरेप के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति को इस समय उत्तर प्रदेश की पुलिस गिरफ्तार करने के लिए ढूढ़ रही है. लेकिन पर्दे के पीछे कहानी कुछ और ही चल रही है.
गायत्री प्रजापती अमेठी प्रशासन को चिट्ठी लिखकर अपने बेटे अनिल प्रजापति को काउंटिंग एजेंट बनाने की सिफारिश कर रहे हैं और बिना जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की जानकारी के प्रशासन उनकी इस मांग को पूरी भी कर देता है.
इनखबर को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक गायत्री प्रसाद प्रजापति अमेठी प्रशासन लगातार संपर्क में है और उनकर खुलकर समर्थन किया जा रहा है.
दरअसल गैंगरेप केस में सह आरोपी अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू को गायत्री प्रजापति ने मतगणना एजेंट बनाया था.
लेकिन मंत्री जी ने अमेठी आरओ/एसडीएम अशोक कुमार कनौजिया को 4 मार्च को चिट्ठी लिखकर पिंटू की जगह अपने बेटे अनिल को एजेंट बनाने की सिफारिश करते हैं.
चार मार्च को ही रिटर्निंग ऑफिसर/एसडीएम अमेठी को चिट्ठी रिसीव भी हो गई और इसी दिन ने अनिल प्रजापति को काउंटिंग एजेंट नामित भी कर दिया.
लेकिन हैरानी वाली बात ये है कि इस बात की जानकारी न तो जिलाधिकारी को दी गई और न ही पुलिस अधीक्षक को.
हालांकि मामला सामने आने के बाद डीएम योगेश कुमार ने अनिल प्रजापति को मतगणना एजेंट बनाने पर रोक लगा दी है.
उनका कहना है कि मामला बेहद गंभीर है और एजेंट तभी बदला जाएगा जब पिंटू या खुद प्रत्याशी प्रजापति आकर इस बात को कहेंगे.
अमेठी के डीएम ने माना कि इस पूरे में एसडीएम अशोक कुमार कनौजिया की भूमिका भी संदिग्ध है और पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है.
वहीं इस मामले में अशोक कुमार कनौजिया ने सफाई दी है कि चार तारीख को मुझे प्रत्याशी प्रजापति की चिट्ठी मिली थी. समय कम था इसलिए बड़े अधिकारियों को नहीं बताया.
गौरतलब है कि अमेठी से सपा प्रत्याशी और अखिलेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ गैंगरेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.
वहीं निचली अदालत ने प्रजापति के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है. पुलिस उनको दिल्ली तक तलाश कर रही है लेकिन इस खुलासे के बाद प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.
 
 
 

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