मुंबई: महाराष्ट्र में फिर एक बार भाजपा और शिवसेना के बीच सुहल के संकेत नजर आ रहे हैं. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया है कि बीजेपी महापौर या उप महापौर के पद पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. जिसके बाद अब शिवसेना के मंत्रियो ने अपनी जेब से इस्तीफा निकाल रखा है.
बीजेपी की तरफ से मुंबई मेयर चुनाव ना लड़ने की घोषणा करने और शिवसेना को बीएमसी में समर्थन करने की घोषणा के बाद शिवसेना के नेताओं का सुर बदल गया है. सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के पहले शिवसेना बीजेपी के साथ खड़ी नजर आ रही है. हर समय महाराष्ट्र सरकार से समर्थन खींचने और इस्तीफा पत्र जेब में रखकर घूमने वाले शिवसेना के नेताओं का अब कहना है की उन्होंने इस्तीफा पत्र जेब से निकाल कर रख दिया है.
शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में पर्यावरण मंत्री रामदास कदम का कहना है कि हमने इस्तीफा फिलहाल जेब से निकाल कर रख दिया है जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बोलेंगे तो इस्तीफा दे दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग की है कि जिस तरह मुंबई में लोकायुक्त बनाने की बात उन्होंने कही उसी तरह से हर जगह लोकायुक्त बनाए जाएं.
बता दें कि महाराष्ट्र निकाय चुनावों में अकेले लड़ने की घोषणा के एक दिन बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री रामदास कदम ने कहा था कि वह और भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल पार्टी के मंत्री इस्तीफा अपनी जेब में लेकर घूम रहे हैं और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं.