Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले BJP पर कांग्रेस का वार

दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले BJP पर कांग्रेस का वार

दिल्ली नगर निगम चुनावों से पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर पलटवार किया है. कांग्रेस इस वक्त नगर निगम पर काबिज बीजेपी से पार्किंग सुविधा के मसले पर कई सवाल पूछे हैं.

Advertisement
  • March 3, 2017 5:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम चुनावों से पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर पलटवार किया है. कांग्रेस इस वक्त नगर निगम पर काबिज बीजेपी से पार्किंग सुविधा के मसले पर कई सवाल पूछे हैं.
 
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने नगर निगम से पूछा कि उनके द्वारा लिए गए कन्वर्जन व पार्किंग शुल्क का इस्तेमाल कहां किया है जबकि पार्किंग के नाम पर नगर निगमों ने दिल्ली को कोई व्यवस्थित सुविधा नही दे रखी है.
 
उन्होंने कहा कि उतरी दिल्ली नगर निगम में 5 स्थानों (शिव मार्किट के पास पीतम पुरा, क्यू.यू. ब्लाक पीतम पुरा, सेन्ट्रल मार्किट पार्क अशोक विहार, एलए मार्किट शालीमार बाग, अजमल खां पार्क करोल बाग) पर मल्टी लेवल पार्किंग मंजूर हुई थी. जिसके लिए 152.26 करोड़ रुपये आवंटित हुए थे परंतु आज तक एक भी प्रोजेक्ट शुरु नहीं हुआ है.
 
 
पैसे का नहीं हुआ सही इस्तेमाल 
दिल्ली स्टेट ट्रेडर्स कांग्रेस ने मांग की कि निगम द्वारा दिल्ली के व्यापारियों व अन्य लोगों से पार्किंग, कन्वर्जन/मिक्स यूज शुल्क के नाम से जो करोड़ों रुपया एकत्रित किया गया है, उसको तुरंत प्रभाव से वापस लौटाया जाये तथा इन शुल्कों को लेकर निगमों द्वारा दिए गए नोटिसों को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाये.
 
दिल्ली स्टेट ट्रेडर्स कांग्रेस के द्वारा सिविक सेन्टर गेट नं. 3 पर आयोजित धरने में प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन, दिल्ली स्टेट ट्रेडर्स कांग्रेस के चैयरमेन सुशील गुप्ता, मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी, निगम में विपक्ष के नेता मुकेश गोयल, वरयाम कौर, दिल्ली स्टेट ट्रेडर्स कांग्रेस के कन्वीनर अनिल कुकरेजा, अजय अरोड़ा व मुरली मनी के साथ व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.
 
 
माकन ने कहा कि शॉपिंग सेन्टर व मार्किट का व्यापार काफी प्रभावित हुआ है क्योंकि वहां पर जाने वाले उपभोक्ताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उनको कोई सुविधाएं नही मिली है. माकन ने कहा कि निगमों ने कन्वर्जन/पार्किंग शुल्क के नाम से करोड़ों रुपया एकत्रित करके दूसरे इस्तेमाल में खर्च किया है.

Tags

Advertisement