नई दिल्ली : किसानों की आत्महत्या करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि किसानों की फसल की एक निश्चित कीमत तय की जाने की जरूरत है.
कोर्ट ने केंद्र सरकार की ओर सख्त रवैया अपनाते हुए कहा है कि किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर केंद्र को ठोस योजना लाने की जरूरत है, फसल की निश्चित कीमत तय करने के लिए योजना बनाना होगा.
कोर्ट ने केंद्र को दो हफ्ते का समय देते हुए कहा कि फसल की कीमतों को निश्चित करने के लिए ठोस योजना लाए. इस मामले की अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी.
कोर्ट ने गन्ना किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि गन्ने के किसानों को कहा जाता है कि आप गन्ने उगाये और वो मिल में गन्ने को बेचते है, कभी उन्हें पूरा पैसा मिलता है कभी नहीं, कभी-कभी तो गन्ने की फसल की कीमत बेहद कम लगाई जाती है.