जामनगर: एटीएस ने गुजरात के राजकोट और भावनगर से पकडे गए आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) के दो आतंकियों का कोई भी वकील उनका केस नहीं लड़ रहा है. दरअसल हिंदू सेना की तरफ से वकीलों को धमकी मिली है कि अगर कोई भी आतंकियों का केस लड़ेगा तो उसको जान से हाथ धोना पड़ेगा. इसी बीच जामनगर के वकील ने आतंकियों का केस लड़ने के लिए हामी भर दी थी, इसके बाद वकील को मार देने की धमकी से हड़कंप मच गया है.
जामनगर के वकील का नाम इम्तयाज कोरेचा है. कोरेचा ने पकडे गए आतंकी को बचाव के लिए अपना बचाव पक्ष का केस लड़ने के लिए अपना नाम फाइल किया था, उसके चलते हिन्दू सेना ने वकील के ऊपर जान लेवा हमला करने की और उन के घर को जलादेने की धमकी दी गई थी. लेकिन मंगलवार को जामनगर बार एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि कोई भी आतंकियों का केस नहीं लड़ेगा, भारी गरमा गर्मी के बाद पुलिस को वकील के घर के बाहर पहरा लगा दिया है.
बता दें कि गिरफ्तार किए गए युवकों का नाम वसीम और नईम है. दोनों आतंकी सगे भाई हैं. एटीएस को इनके पास से अहम दस्तावेज मिले थे. उनके पास से मिले मोबाइल में बम बनाने का वीडियो मिला था और जब्त किए गए लैपटॉप में बम बनाने की तकनीक भी थी. यह पहली बार है जब आईएस के आतंकी गुजरात से गिरफ्तार हुए थे.
दोनों आतंकी जिला स्तर पर क्रिकेट की अंपायरिंग करने वाले और सौराष्ट्र युनिवर्सिटी में कार्यरत एक व्यक्ति के बेटे हैं. पुलिस ने आतंकियों से पूछताछ में पता लगाया है कि वे लोग देश में आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे. पूछताछ में पता चला है कि ये दोनों पिछले दो साल से आईएस के हैंडलर के संपर्क में थे.