नई दिल्ली : केटरिंग सेवाओं को लेकर आज भारतीय रेल अपनी नई नीति का ऐलान करेगा, जिसमें खाना पकाने और भोजन वितरण के काम को अलग कर दिया जाएगा. जनता की स्वस्थ एवं शुद्ध खाने की अकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आज रेल मंत्री सुरेश प्रभु नई केटरिंग नीति का ऐलान करेंगे.
रेल विभाग के पास भोजन की गुणवत्ता को लेकर बहुत सारी शिकायतें आती रही हैं. रिपोर्ट्स है कि नई केटरिंग नीति के मुताबिक खाना अत्याधुनिक रसोई में पकाया जाएगा और इसका वितरण आतिथ्य क्षेत्र की सेवा प्रदाता इकाइयों के माध्यम होगा.
सात साल पुरानी नीति के स्थान पर आईआरसीटीसी को अधिकतर ट्रेन में केटरिंग की जिम्मेदारी देने वाली नई नीति लाई जा रही है. बता दें कि साल 2010 में आईआरसीटीसी को केटरिंग की जिम्मेदारी से तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी ने मुक्त कर दिया था.
वर्तमान रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 2016 के बजट में घोषणा की थी कि आईआरसीटीसी चरणबद्ध तरीके से केटरिंग सेवा को संभालना शुरू करेगी. आईआरसीटीसी खाना पकाने और वितरण को अलग-अलग रखते हुए केटरिंग सेवा संचालित करेगी.
आईआरसीटीसी को रेलवे केटरिंग नीति-2017 के तहत खाने का मेन्यू तय करने और इसके लिए राशि निर्धारित करने का अधिकार होगा, हालांकि इसके लिए उसे रेलवे बोर्ड से परामर्श लेना होगा. सामाजिक उद्देश्य को हासिल करने के उद्देश्य से इस नीति के अंतर्गत स्टाल के आवंटन में महिलाओं को 33 फीसदी का उप कोटा दिया जा सकता है.