बीजेपी-शिवसेना के बीच मध्यस्थता के लिए रामदास अठावले ने निकाला ढाई साल का फॉर्मूला

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले मुंबई बीएमसी की सत्ता में आने के लिए बीजेपी-शिवसेना के बीच फंसे पेच को सुलझाने की कोशिश करने में लगे हुए हैं. अठावले ने इंडिया न्यूज से बातचीत में कहा कि वह शिवसेना के पास मेयर पद का प्रस्ताव लेकर जाएंगे. इसमें ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा.

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बीजेपी-शिवसेना के बीच मध्यस्थता के लिए रामदास अठावले ने निकाला ढाई साल का फॉर्मूला

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  • February 26, 2017 3:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
मुंबई: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले मुंबई बीएमसी की सत्ता में आने के लिए बीजेपी-शिवसेना के बीच फंसे पेच को सुलझाने की कोशिश करने में लगे हुए हैं. अठावले ने इंडिया न्यूज से बातचीत में कहा कि वह शिवसेना के पास मेयर पद का प्रस्ताव लेकर जाएंगे. इसमें ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला होगा. उन्होंने कहा कि मैंने देवेंद्र फणनवीस से बात कर उन्हें सूझाव दिया कि दोनों पार्टियों के मेयर ढाई-ढाई साल तक के लिए पद पर रहें. 
 
 
अठावले ने बताया कि मेरे इस सुझाव पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि अगर ऐसा प्रस्ताव शिवसेना की तरफ से आया तो बीजेपी इस पर जरूर विचार करेगी. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक गठबंधन में रहे दोनों दलों को एक बार फिर मुंबई महानगरपालिका में साथ आना चाहिए. दोनों पार्टियों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. मेरा मानना है कि मुंबई के हित के लिए दोनों पार्टियों को ढाई साल के लिए रखना चाहिए.
 
 
शिवसेना के पास 88 का आंकड़ा
बीएमसी के लिए शिवसेना को एमएनएस और एबीएस ने अपना समर्थन दिया है. साथ ही शिवसेना में चार कॉर्पोरेटर का साथ मिल चुका है, जिससे ये आंकड़ा 88 हो गया है. इन चार में से तीन शिवसेना के बागी रहे हैं. दूसरी ओर बीजेपी के 82 कॉर्पोरेटर चुनकर आए हैं. 
 
 
कांग्रेस ने जीती थीं 31 सीटें
कांग्रेस की मात्र 31 सीटें ही जीत पाई है. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के खाते में सिर्फ 7 सीटें आई हैं जबकि शरद पवार की पार्टी एनसीपी को 10 ही सीटें आई हैं. मुंबई महानगर पालिका का हर साल का बजट करीब 35,000 करोड़ रुपए है. यह देश की सबसे अमीर महानगर पालिका है.

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