मुंबई: BMC चुनाव के नतीजों के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की अटकलों को पर जोर दिया है. उद्धव ने कहा कि ये चुनाव शिवसेना बनाम पूरी सरकार था. साथ ही उन्होंने ये दावा भी किया कि सिर्फ मुंबई का मेयर ही नहीं, बल्कि अगला मुख्यमंत्री भी शिवसेना से ही होगा.
ठाकरे ने पार्टी के प्रदर्शन को बेहतर बताते हुए कहा कि इस बार मुस्लिमों ने भी उनकी ही पार्टी को वोट दिया है. शिवसेना ने इन चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना यह चुनाव किसी पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि सरकार के खिलाफ ही लड़ रही थी. उन्होंने कहा कि बीएमसी चुनाव के नतीजों के बाद शिवसैनिकों में काफी उत्साह है.
बता दें कि मुंबई और ठाणे को छोड़कर बाकी प्रदेश के बाकी निकायों में शिवसेना का अच्छा नहीं रहा है. मुंबई में भी या तो उसे बीजेपी का साथ लेना होगा या फिर कांग्रेस की शरण में जाना होगा. बीएमसी में इस बार किसी को भी बहुमत नहीं मिला है. पूरे दिन बीजेपी से काफी बढ़त लेने के बाद शाम तक शिवसेना-84 सीटों पर ही सिमट गई वहीं बीजेपी के खाते में-82 सीटे आई हैं.
कांग्रेस इन दोनों पार्टियों के झगड़े के बाद भी कुछ खास नहीं कर पाई है और मात्र 31 सीटें ही जीत पाई है. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के खाते में सिर्फ 7 सीटें आई हैं जबकि शरद पवार की पार्टी एनसीपी को 10 ही सीटें आई हैं. मुंबई महानगर पालिका का हर साल का बजट करीब 35,000 करोड़ रुपए है. यह देश की सबसे अमीर महानगर पालिका है.
शिवसेना जाएगी बीजेपी के साथ ?
इस तरह के नतीजे के बाद क्या बीजेपी और शिवसेना मुंबई नगर में कब्जे के लिए गठबंधन करेंगी, यह सवाल खड़ा हो गया है.
हालांकि दोपहर में जब शिवसेना बहुमत की ओर बढ़ रही थी तो संजय राउत ने कहा था कि भविष्य में अब बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होगा.
बहुमत के लिए 114 सीटें चाहिए. ऐसे में या तो शिवसेना कांग्रेस से गठबंधन या फिर बीजेपी को समझौता करना पड़ेगा.