मुंबई : महाराष्ट्र निकाय चुनावों के नतीजे आ चुके हैं. ये चुनाव जहां भारतीय जनता पार्टी के लिए जीत की लहर लेकर आया है वहीं, शरद पवार की एनसीपी और राज ठाकरे की मनसे के लिए यह नतीजे निराशा भरे हैं.
शिवसेना बीएमसी चुनाव में बहुमत हासिल नहीं कर सकी लेकिन पुणे महानगरपालिका में उसने नेशनल कांग्रेस पार्टी को पीछे छोड़ दिया है. यहां शिवसेना को बहुमत हासिल हुआ है और एनसीपी के हिस्से 50 सीटें भी नहीं आई हैं. वहीं, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के हाथ से अपना गढ़ नासिक निकल गया है. यहां इस बार बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है और दूसरे नंबर पर शिवसेना रही है.
नासिक में सिर्फ तीन सीटें
इस बार मनसे ने नासिक में सिर्फ तीन सीटें जीती हैं जबकि साल 2012 में हुए चुनावों में पार्टी ने सबसे ज्यादा 40 सीटें हासिल की थीं. तब एनसीपी को 20, शिवेसना को 19 और बीजेपी को 14 सीटें मिली थीं. मनसे को छह नगरपालिकाओं में एक भी सीट नहीं मिली है. इस बार का प्रदर्शन दिखाता है कि राज ठाकरे की पकड़ ढीली होती दिख रहा है.
बीजेपी ने पिंपरी चिंचवाड, अकोला, अमरावती, सोलापुर और उल्हासनगर महानगरपालिकाओं में भी बढ़त हासिल की है. बीएमसी की कुल 227 सीटों में से 84 शिवसेना और 81 भाजपा के खाते में गई हैं. वहीं, कांग्रेस को 31, एनसीपी को 9 और मनसे को 7 सीटें मिली हैं. यहां तक कि बीएमसी में एआईएमआईएम को तीन और सपा को 6 सीटें मिली हैं.
मिनी-विधानसभा चुनाव कहे जार रहे इन निकाय चुनावों में बीजेपी ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस और एनसीपी के वोट बैंक में सेंध लगाने में सफल रही है. बता दें कि दो दशकों के बाद बीजेपी और शिवसेना एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे. ऐसे में अब यह देखना भी अहम है कि बीएमसी में कौन-से दल एक साथ आते हैं.