रामजस कॉलेज मामला: रिजिजू ने कहा- बोलने की स्वतंत्रता का मतलब भारत के खिलाफ नारे लगाना नहीं

दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज में बुधवार को दो छात्र संगठनों के बीच हिंसक झड़प और फिर पुलिस से भिड़ंत का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है. आज सुबह से पसरे तनाव के बाद वामपंथी छात्र संगठन पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं.

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रामजस कॉलेज मामला: रिजिजू ने कहा- बोलने की स्वतंत्रता का मतलब भारत के खिलाफ नारे लगाना नहीं

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  • February 23, 2017 1:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज में बुधवार को दो छात्र संगठनों के बीच हिंसक झड़प और फिर पुलिस से भिड़ंत का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है. आज सुबह से पसरे तनाव के बाद वामपंथी छात्र संगठन पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं.
 
छात्र, इस घटना में शामिल आरोपियों और मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं इस पूरे मामले पर गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि देश में अपनी बात कहने की स्वतंत्रता है इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आप देश के खिलाफ नारे लगाए जाए.
 
आगे रिजिजू कहते हैं कि किसी को ये अधिकार नहीं है कि कॉलेज कैंपस के अंदर किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे. कॉलेज में इस तरह के नारे लगना देश हित के लिए काफी खतरनाक है. हमेशा हम अपने मौलिक अधिकार की बात करते हैं लेकिन हम अपने मौलिक कर्तव्य नहीं करते.
 
कॉलेज कैंपस में हो रही ऐसी हरकते भारत की प्रतिष्ठा को कमजोर करती हैं. हमें चाहिए कि हम अपने देश को हर तरफ से मजबूत बनाए इसलिए हमें आपस में मिलकर काम करना चाहिए. ऐसे वक्त में अपने देश के लिए सच्चाई के साथ खड़े होने की जरूरत है क्योंकि ऐसे बयान या भारत के खिलाफ नारे देश की गरिमा और प्रतिष्ठा को कमजोरी करती हैं.
 
बता दें कि छात्रों के अलग-अलग संगठन आज डीयू से लेकर पुलिस मुख्यालय तक मार्च निकाल रहे हैं, जिस वजह से दोनों जगहों पर सुबह से पुलिस ने जबर्दस्त पहरा बैठाया है. लिस ने हिंसक झड़प के सिलसिले में एफआईआर दर्ज कर ली है.
 
डीसीपी (नॉर्थ) जतिन नरवाल ने बताया कि कल की घटना में 11 स्टूडेंट्स और 8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. बता दें कि रामजस में एक साहित्य सम्मेलन में जेएनयू छात्र उमर खालिद जिनके खिलाफ पिछले साल देशद्रोह का केस दर्ज हुआ था और जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शैला रशीद को बुलाया गया था. लेकिन इस न्यौते के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर कॉलेज में ‘देशद्रोही गतिविधियां’ होने का आरोप लगाते हुए नारे लगाए.
 
बीजेपी की इस छात्र ईकाई पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह जबरन कॉलेज में घुसे, छात्रों के साथ गुंडागर्दी की गई और बिजली बंद करके सभागार को ताला लगा दिया गया. हालांकि एबीवीपी ने इन सभी आरोपों को नकारा है.

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