मुंबई : देश की सबसे बड़ी नगरपालिका मानी जाने वाली बीएमसी में इस बार किसी को भी बहुमत नहीं मिला है.
पूरे दिन बीजेपी से काफी बढ़त लेने के बाद शाम तक शिवसेना-84 सीटों पर ही सिमट गई वहीं बीजेपी के खाते में-82 सीटे आई हैं.
वहीं कांग्रेस इन दोनों पार्टियों के झगड़े के बाद भी कुछ खास नहीं कर पाई है और मात्र 31 सीटें ही जीत पाई है.
राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के खाते में सिर्फ 7 सीटें आई हैं जबकि शरद पवार की पार्टी एनसीपी को 10 ही सीटें आई हैं. मुंबई नगर निगम की 227 सीटों में से 226 सीटों के नतीजे आ चुके हैं.
शिवसेना जाएगी बीजेपी के साथ ?
इस तरह के नतीजे के बाद क्या बीजेपी और शिवसेना मुंबई नगर में कब्जे के लिए गठबंधन करेंगी, यह सवाल खड़ा हो गया है.
हालांकि दोपहर में जब शिवसेना बहुमत की ओर बढ़ रही थी तो संजय राउत ने कहा था कि भविष्य में अब बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होगा.
बहुमत के लिए 114 सीटें चाहिए. ऐसे में या तो शिवसेना कांग्रेस से गठबंधन या फिर बीजेपी को समझौता करना पड़ेगा.
पंकजा मुंडे और संजय निरुपम ने इस्तीफा का इस्तीफा
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने अपने पद से इस्तीफा के दे दिया है. कांग्रेस के बेहद खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए निरुपम ने यह फैसला किया है.
वहीं महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री पंकजा मुंडे ने भी इस्तीफा दिया है. परली में बीजेपी कोई भी सीट नहीं जीती है इसकी जिम्मेदारी लेते हुए पंकजा मुंडे ने इस्तीफा दिया है.
मुंबई के अलावा थाणे में भी शिवसेना नंबर वन रही है. वहीं बाकी 8 नगर निगम पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया है.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के 10 नगर निगम के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 8 में कब्जा जमाया है जबकि कांग्रेस, एनसीपी और एमएनएस इस चुनाव में कुछ खास नहीं कर पाई हैं.