नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका को H-1B वीजा के नियम कड़े करने पर भारत की चिंता से अवगत करा दिया है. पीएम ने इसपर चिंता जताई है. उन्होंने अमेरिका से आए 26 सांसदों के एक मजबूत दल के सामने भारत के पक्ष को रखा.
इम मुद्दे पर पहली बार मोदी की चिंता सार्वजनिक की गई है. पीएम ने कहा कि अमेरिका की तरक्की में भारतीय प्रोफेश्नल्स का योगदान कम नहीं है. पीएम के इस बयान को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
पीएम ने सांसदों से कहा कि H-1B वीजा के मामले में अमेरिका को दीर्घकालिक और संतुलित नीति बनानी चाहिए. पीएम ने कहा कि भारतीय पेशेवर कानून का पालन करने और समाज में मिल-जुलकर रहने वाले लोग हैं.
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है. यह किसी पेशेवर को अमेरिका में छह साल काम करने के लिए जारी किया जाता है. अमेरिका में काम करने वाली कंपनियों को यह वीजा ऐसे कुशल कर्मचारियों को रखने के लिए दिया जाता है जिनकी अमेरिका में कमी हो.