Sharad Purnima 2018: साल भर में 12 पूर्णिमाएं आती हैं लेकिन अश्विन मास की शरद पूर्णिमा का महत्व खास होता है. इस दिन शरद पूर्णिमा के दिन भक्त व्रत करते हैं और भगवान विष्ण मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं. इस दिन एक उपाय करने से आप हो सकता है कर्ज से दूर.
नई दिल्ली. शरद पूर्णिमा 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. वैसे तो साल भर में 12 पूर्णिमा आती हैं लेकिन शरद पूर्णिमा का महत्व खास होता है इस दिन चंद्रमा की सोलह कलाओ की शीतलता बेहद सुंदर देखती हैं. इस दिन भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. शरद पूर्णिमा के दिन भक्त व्रत रखते हैं. जानकारों की मानें तो कहा जाता है कि हरि विष्णु के अवतार में श्रीकृष्ण ने 16 कलाओं के साथ जन्म लिया था. वहीं राम भगवान के पास 12 कलाएं थीं.
ऐसे मिलेगी कर्ज से मुक्ति
हर अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है. इस बार यह तिथि 24 अक्टूबर है. इसे कोजागर पूर्णिमा के नाम से तो कहीं कहीं रास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि जो इस दिन व्रत करता है उसे मनवांच्छित फल मिलता है. हिंदू मान्याताओं के अनुसार जो सुहागिन महिला इस पूर्णिमा के दिन व्रत रखती हैं उसे अवश्य संतान सुख मिलता है. इस दिन श्रीसूक्त का पाठ, कनकधारा स्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें इससे कर्ज से अवश्य मिलेगी.
शरद पूर्णिमा पर खीर का महत्व
शरद पूर्णिमा के दिन अक्सर आपने खीर के बारे में सुना होगा. दरअसल इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से युक्त होकर अमृत वर्षा करता है. कहा जाता है कि इस रात खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रखनी चाहिए जिससे चांद की रोशनी इस खाने की वस्तु में पड़े. जिसके बाद अगली सुबह इस खीर को ग्रहण करें.
शरद पूर्णिमा 2018 की तिथि और शुभ मुहूर्त
चंद्रोदय का समय- 23 अक्टूबर 2018 की शाम 05 बजकर 20 मिनट
पूर्णिमा तिथि शुरू – 23 अक्टूबर 2018 की रात 10 बजकर 36 मिनट
पूर्णिमा तिथि समाप्त – 24 अक्टूबर की रात 10 बजकर 14 मिनट
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