नई दिल्ली: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आर्मी चीफ बिपिन रावत के कश्मीर पर दिए गए बयान का समर्थन किया है. पर्रिकर ने कहा है कि सेना आतंकियों की मदद करने वाले स्थानीय लोगों से निपटने के लिए आजाद है.
पर्रिकर ने अपने बयान में कहा है कि सेना हर कश्मीरी को आतंकवादी नहीं मानती है, लेकिन अगर कोई आर्मी के खिलाफ कुछ करे, तो मौजूद अधिकारी को फ्री हैंड होता है.
एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान पर्रिकर ने कहा कि सेना के ऑपरेशन में स्थानीय लेवल पर किसी ने रुकावट डालने की कोशिश की तो, उस समय कमांडिंग ऑफिसर को निर्णय लेने का पूरा अधिकार होता है. उन्होंने आगे यह भी कहा कि सेना हर कश्मीरी को आतंकियों का समर्थक नहीं मानती है, उन्होंने कहा लेकिन जो आतकियों के साथ है, वह आतंकी ही है.
बता दें कि आर्मी चीफ बिपिन रावत ने अपने बयान में कड़ा निर्देश देते हुए कहा था कि कश्मीर घाटी में स्थानीय लोगों के शत्रुतापूर्ण आचरण के कारण लोग अधिक हताहत होते हैं और सुरक्षा बलों की आतंकवाद रोधी अभियानों के दौरान हमला करने वालों के साथ ‘राष्ट्र विरोधी’ के तौर पर बर्ताव होगा और उनके खिलाफ ‘सख्त कार्रवाई’ होगी.