Amritsar Train Accident: ट्रेन हादसे में मरे बेटे की लाश देख मां बोली- राहत तो आ गई पर मेरा लाल कभी नहीं आ पाएगा

Amritsar Train Accident: पंजाब के अमृतसर में दशहरा पर रावण देखने गए लोगों को ट्रेन ने बुरी तरह रौंद दिया. यहां हुए हादसे में 61 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 72 लोगों के घायल होने की खबर है. शनिवार को पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू घायलों को देखने गुरू नानक देव अस्पताल पहुंचे.

Advertisement
Amritsar Train Accident: ट्रेन हादसे में मरे बेटे की लाश देख मां बोली- राहत तो आ गई पर मेरा लाल कभी नहीं आ पाएगा

Aanchal Pandey

  • October 20, 2018 8:12 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

अमृतसर. पंजाब के अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास रावण दहन के वक्त हुए रेल हादसे में मारे गए लोगों को राज्य और केंद्र सरकार ने राहत का ऐलान कर दिया है. इस हादसे में 72 से ज्यादा लोगों की मौत की मौत की खबर है. शुक्रवार रात रावण दहन देखने गए लोगों में से 60 से ज्यादा अपने घर नहीं लौट पाए. जो अपने कैमरे में रावण को जलता कैद कर रहे थे वे अब कभी अपने परिजनों से बात नहीं कर पाएंगे. इस भीड़ में अपने बच्चे के चिथड़े हो चुके शरीर को देखकर एक मां बिलखती हुई कहती नजर आई कि राहत तो आ गई लेकिन मेरा लाल कभी नहीं आएगा.

इस भीड़ में यह इकलौती मां नहीं है बल्कि सैकड़ों लोग बिलख रहे हैं और हजारों की आंखों में आंसू हैं. ट्रेन हादसे के बाद पटरी पर हालत यह थी कि किसी का सिर नहीं है तो किसी का धड़ गायब है. किसी का हाथ नहीं है तो किसी के पैर का पता नहीं. इतने दर्दनाक हादसे को देखकर किसी की भी कंपकंपी छूट जाए. इस बीच इस घटना पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.

इस बीच शनिवार को पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर के गुरु नानक देव हॉस्पिटल पहुंचे. उन्होंने यहां भर्ती घायलों का हालचाल लिया और उनके परिजनों से बात की. इस घटना के लिए नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. आरोप लग रहे हैं कि उस वक्त नवजोत कौर सिद्धू का घटनास्थल के पास भाषण चल रहा था. लोग उनके भाषण सुनने के लिए खड़े थे. तभी ट्रेन आ गई और दर्दनाक हादसा हो गया.

Amritsar Train Accident: अमृतसर ट्रेन हादसे से पहले पोस्टर में हो गया था ये बड़ा अपशकुन

Amritsar Train Accident: अमृतसर ट्रेन हादसे में 60 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन- आयोजक, कांग्रेस, पुलिस प्रशासन, रेलवे या वो जो मारे गए

Tags

Advertisement