Amritsar Train Accident: पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार रात जो हादसा हुआ उससे पूरा देश शोक में है. एक ट्रेन तेजी से आई और कईयों को रौंदती हुई निकल गई, ऐसे में मदद को आगे आई 80 साल की महिला तब मिसाल बन गई जब वह देर रास 11 बजे अस्पताल पहुंची.
अमृतसर. पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को हुए दर्दनाक हादसे के बाद जाने कितनों के घर पर मातम पसरा. मरने वालों की संख्या का ताजा आंकड़ा 61 पहुंच चुका है. कई लोग घायलों की मदद को आगे आ रहे हैं. ऐसे में न्यू रणजीत पुरा की रहने वाली 80 वर्षीय महिला रजनी मल्होत्रा जब ट्रेन हादसे की खबर सुनकर जरूरतमंदों को खून देने अस्पताल पहुंच गई तो लोग देखते रह गए. रजनी मल्होत्रा अपने पोते रमन और पोती तानिया के साथ रात 11 बजे गुरुनानक देव अस्पताल पहुंचीं. रमन ने बताया कि तीनों का खून ए पोजिटिव ही है.
हादसे की जानकारी मिली तो रजनी ने तुरंत सबको तैयार किया और अस्पताल की ओर निकल गई. रजनी ने बताया कि सन 1971 में भारत पाकिस्तान की जंग के समय भी उनका परिवार जख्मियों को खून देने के लिए आगे आया था. रजनी अस्पताल में अपना नंबर लिखवा कर गई हैं कि आगे भी जब खून की जरूरत हो उन्हें संपर्क किया जाए.
दरअसल गुरुवार को रेलवे ट्रैक के नजदीक दशहरे का रावण दहन देखने आए लोग काफी तादाद में थे. जब पुतले में आग लगाई गई तो लोग ट्रैक की तरफ भागे और दोनों रेलवे ट्रैक पर एक ही वक्त दो ट्रेन आ गईं, जिसकी चपेट में लोग आ गए. हादसे के बाद से इसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने दुख जताया है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख का मुआवजा देने का फैसला किया है. वहीं केंद्र सरकार ने 2- 2 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है.