Gautam Gambhir on Retirement: टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट से संन्यास लेने पर बयान दिया है. गंभीर ने कहा कि जब मेरे बल्ले से रन निकलते रहेंगे तब मैं इस खेल का आनंद लूंगा. गौतम गंभीर इन दिनों विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की टीम से खेल रहे हैं. उन्होंन विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाया है. उनकी शतकीय पारी के चलते दिल्ली की टीम विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंची है.
दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज गौतम गंभीर क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट को लेकर बयान दिया है. गंभीर का कहना है कि वह उस समय क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे जब तक रन बना रहे हैं. मौजूदा समय में गौतम गंभीर विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
गौतम गंभीर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं उस समय तक क्रिकेट खेलता रहूंगा जब तक मैं रन बना रहा हूं. रन बनाना मुझे काफी खुशी देता है. गंभीर ने आगे कहा मुझे लगता है कि रन बनाना, जीतना, खुश होकर ड्रेसिंग रूम लौटना और जीतने का माहौल मुझे बहुत खुशी देता है. टीम इंडिया से बाहर चल रहे गौतम गंभीर ने आगे कहा, जब तक मेरे अंदर क्रिकेट के प्रति जुनून है और मैं खुशी होकर ड्रेसिंग रूम में लौटता हूं तब तक मैं इस माहौल में बना रहना चाहूंगा, जिस दिन मुझे ये लगेगा कि मेरी कोई भावनाएं नहीं जुड़ी हैं तब मैं सोच लूंगा कि मेरे क्रिकेट से रिटायरमेंट का समय आ गया है.
टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज गौतम गंभीर का बल्ला इन दिनों विजय हजारे ट्रॉफी में चल रहा है. गंभीर ने विजय हजारे ट्रॉफी के क्वाटर फाइनल मुकाबले में शतक लगाकर दिल्ली को सेमीफाइनल में पहुंचाया है. गंभीर ने ये शतकीय पारी 37 साल की उम्र में खेली है. उनकी इस पारी से लगता है कि उनके अंदर अभी रनों की भूख बाकी है. गंभीर क्रिकेट के मैदान पर करीब एक दशक से ज्यादा का वक्त बिता गुजार चुके हैं.
बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर 2011 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं. 2004 में टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले गौतम गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 4,154 रन बनाए हैं. वहीं 147 वनडे मैचों में उनके बल्ले से 5,238 रन निकले हैं. गौतम गंभीर ने 37 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया और 932 रन बनाए. गौतम गंभीर लगातार पांच टेस्ट मैचों में शतक लगाने वाले एकमात्र भारतीय क्रिकेटर हैं. पिछले हफ्ते 37 साल के हुए गंभीर अपने करियर में वह टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक तक पहुंचे हैं.