Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • Sabarimala Temple Highlightes: 4 नवंबर तक सबरीमाला मंदिर के कपाट बंद, किसी महिला को दर्शन नहीं

Sabarimala Temple Highlightes: 4 नवंबर तक सबरीमाला मंदिर के कपाट बंद, किसी महिला को दर्शन नहीं

Sabarimala Temple Highlightes: केरल के सबरीमाला मंदिर के कपाट सोमवार को बंद हो गए. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 10 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिए भी बुधवार शाम 5 बजे खोले गए थे. प्रदर्शनकारियों की वजह से आखिरी दिन तक एक भी महिला मंदिर में नहीं घुस पाई.

Advertisement
  • October 17, 2018 8:58 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

तिरुवनंतपुरम. Sabarimala Temple Opening Live Updates: केरल के सबरीमाला मंदिर के कपाट सोमवार को 4 नवंबर तक बंद हो गए. आखिरी दिन तक 10 से 50 साल तक की उम्र की एक भी महिला को मंदिर में प्रवेश नहीं मिल पाया है. आखिरी दिन महिलाओं के प्रवेश को लेकर हंगामे के आसार हैं. पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. अभी तक करीब एक दर्जन महिला मंदिर में घुसने का प्रयास कर चुकी हैं लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया. सबरीमाला मंदिर और उसके आसपास के इलाकों में धारा-144 लागू की गई है. शुक्रवार यानी दशहरा के दिन दो महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें रोक दिया और उन्हें वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा. ये महिलाएं पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच भगवान अयप्पा के दर्शन करने जा रही थीं.  प्रदर्शनकारियों का मानना है कि भगवान अयप्पा ब्रह्मचारी हैं और वे रजस्वला आयु की महिलाओं के मंदिर में घुसने का विरोध कर रहे हैं.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अयप्पा डिवोटी एसोसिएशन ने ऐतराज जताया था जिसके बाद उन्होंने इस फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी. गुरुवार को लोगों के भारी विरोध को देखते हुए मंदिर के बाहर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी.

 केरल सरकार पर भी इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने का दवाब है लेकिन पिनाराई विजयन की सरकार ने स्पष्ट कर चुकी है कि सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के आदेश पर वह पुनर्विचार याचिका नहीं डालेगी. सीएम विजयन पहले ही कह चुके हैं कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी सरकार की है.

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल

आरएसएस स्टेटमेंट में संकेत, सबरीमाला केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर हो सकती है रिव्यू पिटीशन

Tags

Advertisement