नई दिल्ली: 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के दौरान गलती से हिंदुस्तान में दाखिल हो गए चीनी सैनिक वांग की 54 साल बाद चीन वापस लौटेंगे. विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने बताया कि वांग के परिवार के कुछ लोग पहले से ही उनका बीजिंग एयरपोर्ट पर इंतज़ार कर रहे है. वांग के साथ भारतीय मिशन के दो अधिकारी भी गए है.
चीन में अपने परिवार से मिलने के लिए उन्हें भारत में अपने परिवार को छोड़ना पड़ा है. वांग के बेटे विष्णु वांग के अनुसार भारत सरकार ने ये शर्त रखी थी कि अगर वह चीन जायेंगे तो वापस कभी भारत नहीं लौट पाएंगे.
वांग को 1963 में गलती से भारत में घुस आए थे. जिसके बाद पुलिस उन्हें मध्य प्रदेश के तिरोदी ले आई, यहां उन्होंने दोस्तों के दबाव में आकर सुशीला से शादी कर ली.
वांग पिछले 50 सालों से चीन वापस जाने की कोशिश में लगे हुए थे. मीडिया में खबर आने के बाद दोनों तरफ की सरकारों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए उनकी चीन वापसी में मदद की.