Lok Sabha elections 2019: राजनेताओं को टिप्स देकर जीत दिलाने वाले प्रशांत किशोर चुनावी रणनीतिकार जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. नीतीश कुमार का यह कदम लोकसभा चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.
पटना. पिछले दिनों जनता दल (यूनाइटेड) JDU ज्वाइन करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार की पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया है. लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने बड़ा दाव चलते हुए प्रशांत किशोर को जेडीयू में शामिल कर लिया था. प्रशांत किशोर इससे पहले किसी पार्टी से जुड़े नहीं थे बल्कि बीजेपी और जेडीयू के लिए चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम कर चुके थे. बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत के पीछे प्रशांत किशोर की रणनीति का बड़ा हाथ माना जाता है. इससे पहले उन्होंने बीजेपी के लिए काम किया था.
नीतीश कुमार के बाद प्रशांत किशोर जेडीयू के नंबर 2 नेता बन गए हैं. प्रशांत किशोर ने 16 सितंबर को जेडीयू ज्वाइन कर राजनीतिक पार्टी की शुरूआत की थी. इसके बाद से ही माना जा रहा था कि जल्द ही उन्हें पार्टी में कोई बड़ा पद दिया जा सकता है. इसके एक महीने के अंदर ही उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया है. पीके के नाम से पहचाने जाने वाले प्रशांत किशोर 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खास सिहसालार थे. आम चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद वे सियासी गलियारों में बहुत तेजी से चर्चित हुए थे.
2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है.. झांसे में न आएंगे.. नीतीशे को जिताएंगे जैसे नारे देकर महागठबंधन की सरकार बनवाई थी. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश ने प्रशांत किशोर को बिहार विकास मिशन का चेयरमैन बनाया था. लेकिन एक साल में ही पीके पटना छोड़कर चले गए. इसके बावजूद नीतीश के साथ उनके निजी रिश्ते कायर रहे और दोनों की कई बार मुलाकात हुई. नीतीश के कुछ करीबी नेताओं का कहना है कि जेडीयू ज्वाइन करने से पहले तक पीके का कुछ सामान सीएम आवास में ही रखा था.