लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन ने एक नए सियासी समीकरण को जन्म दे दिया है. कोशिश है बिहार की तरह ही यूपी में भी बीजेपी को सत्ता से दूर रखा जाए वहीं दूसरी तरफ मायावती के वोटबैंक में भी सेंध लगाई जा सके. समाजवादी पार्टी की चुनावी रणनीति और योजनाओं पर सूबे के मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने इंडिया न्यूज के एडिटर-इन-चीफ
दीपक चौरसिया से खास बातचीत की.
पार्टी और परिवार के बीच लड़ाई
समाजवादी पार्टी और परिवार के वर्तमान हालात पर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि उनका और नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव का रिश्ता कभी खत्म नहीं हो सकता और उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है.
क्या डिंपल और प्रियंका की दोस्ती ने निभाई गठबंधन में अहम भूमिका?
चर्चा थी कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के पीछे प्रियंका और डिंपल यादव के आपसी रिश्तों ने बड़ी भूमिका निभाई. लेकिन अखिलेश यादव ने इस बात से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि प्रियंका और डिंपल एक दूसरे को नहीं जानते, जहां तक गठबंधन की बात है तो ये राजनीतिक फैसला था.
पार्टी के प्रचार अभियान को लेकर अखिलेश ने कहा कि डिंपल यादव पार्टी का प्रचार जरूर करेंगी वहीं प्रियंका गांधी के प्रचार अभियान पर उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला कांग्रेस पार्टी को करना है.
कांग्रेस से गठबंधन के पीछे क्या है रणनीति?
यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन का फैसला पहले से तय नहीं था बस परिस्थितियों के हिसाब से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर गठबंधन का फैसला लिया गया.
क्या एंटी इनकमबेंसी के डर से किया कांग्रेस से गठबंधन?
एंटी इनकमबेंसी के सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि पांच सालों में यूपी में जितना काम हुआ है, उसके दम पर ही पार्टी फिर से सरकार बना सकती है लेकिन सांप्रदायिक ताकतों को रोकने और ज्यादा सीट लाने के लिए कांग्रेस से गठबंधन किया गया. उन्होंने ये भी कहा कि दोनों पार्टियां मिलकर यूपी में 300 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
अधूरे प्रोजेक्ट के शिलान्यास पर अखिलेश
मेट्रो समेत कई प्रोजेक्ट का अधूरे में शिलान्यास करने के सवाल पर अखिलेश ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा जिस दिन मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन किया उस दिन मेट्रो ट्रेन चली थी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों की जांच में समय लगता है लिहाजा मार्च से लखनऊ मेट्रो सेवा जनता के लिए शुरू हो जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि सरकार मेरठ, वाराणसी और आगरा में भी मेट्रो ट्रेन चलाएगी. उन्होंने प्रमुख विपक्षी पार्टी बसपा पर भी हमला बोलते हुए कहा कि बसपा को भी पांच साल का समय मिला था तो फिर वो क्यों सूबे में मेट्रो नहीं चला पाई?
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन ने एक नए सियासी समीकरण को जन्म दे दिया है. कोशिश है बिहार की तरह ही यूपी में भी बीजेपी को सत्ता से दूर रखा जाए वहीं दूसरी तरफ मायावती के वोटबैंक में भी सेंध लगाई जा सके. समाजवादी पार्टी की चुनावी रणनीति और योजनाओं पर सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इंडिया न्यूज के एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया से खास बातचीत की.
पार्टी और परिवार के बीच लड़ाई पर बोले अखिलेश
समाजवादी पार्टी और परिवार के वर्तमान हालात पर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि उनका और नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव का रिश्ता कभी खत्म नहीं हो सकता और उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है.
कांग्रेस से गठबंधन के पीछे क्या है रणनीति?
यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन का फैसला पहले से तय नहीं था बस परिस्थितियों के हिसाब से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर गठबंधन का फैसला लिया गया.
क्या एंटी इनकमबेंसी के डर से किया कांग्रेस से गठबंधन?
एंटी इनकमबेंसी के सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि पांच सालों में यूपी में जितना काम हुआ है, उसके दम पर ही पार्टी फिर से सरकार बना सकती है लेकिन सांप्रदायिक ताकतों को रोकने और ज्यादा सीट लाने के लिए कांग्रेस से गठबंधन किया गया. उन्होंने ये भी कहा कि दोनों पार्टियां मिलकर यूपी में 300 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
अधूरे प्रोजेक्ट के शिलान्यास पर अखिलेश
मेट्रो समेत कई प्रोजेक्ट का अधूरे में शिलान्यास करने के सवाल पर अखिलेश ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा जिस दिन मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन किया उस दिन मेट्रो ट्रेन चली थी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों की जांच में समय लगता है लिहाजा मार्च से लखनऊ मेट्रो सेवा जनता के लिए शुरू हो जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि सरकार मेरठ, वाराणसी और आगरा में भी मेट्रो ट्रेन चलाएगी. उन्होंने प्रमुख विपक्षी पार्टी बसपा पर भी हमला बोलते हुए कहा कि बसपा को भी पांच साल का समय मिला था तो फिर वो क्यों सूबे में मेट्रो नहीं चला पाई?
विपक्ष पर अखिलेश ने बोला हमला
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों में पीएम ने लोगों को अच्छे दिन का नारा देकर बहकाया और वोट ले लिए. उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल में जनता बीजेपी को अच्छी तरह समझ चुकी है. बहुजन समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा के पास कुछ कहने को नहीं है इसलिए वो आधारहीन आरोप लगा रही है. मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मायावती भी अब कहती है कि मूर्ति नहीं बनवाएंगे बल्कि विकास करेंगे.
अखिलेश ने विकास कार्यों की दिलाई याद
जनता समाजवादी पार्टी को क्यों वोट दे के सवाल पर अखिलश यादव ने सरकार की कई योजनाओं और कार्यों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सूबे के 50 मुख्यालयों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा गया है. इसके अलावा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का काम 24 महीने के भीतर पूरा कर लिया गया. 18 लाख लैपटॉप बांटे, कन्या विद्या धन योजना की शुरूआत की और अब सरकार ने स्मार्टफोन बांटने का एलान किया है ताकि लोग सरकारी विभागों के एप के जरिए ही अपना काम करवा सकें और उन्हें धक्के खाने की जरूरत ना पड़े.
स्वास्थ सुविधाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में एमबीबीएस की सीट को दोगुना कर दिया है. इसके अलावा सरकारी अस्पतालों को इतना हाईटैक किया जा रहा है कि लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में जाने की जरूरत ही ना पड़े.
पीएम पर अखिलेश ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों में पीएम ने लोगों को अच्छे दिन का नारा देकर बहकाया और वोट ले लिए. उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल में जनता बीजेपी को अच्छी तरह समझ चुकी है. बहुजन समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा के पास कुछ कहने को नहीं है इसलिए वो आधारहीन आरोप लगा रही है. मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मायावती भी अब कहती है कि मूर्ति नहीं बनवाएंगे बल्कि विकास करेंगे.
अखिलेश ने विकास कार्यों की दिलाई याद
जनता समाजवादी पार्टी को क्यों वोट दे के सवाल पर अखिलश यादव ने सरकार की कई योजनाओं और कार्यों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सूबे के 50 मुख्यालयों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा गया है. इसके अलावा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का काम 24 महीने के भीतर पूरा कर लिया गया. 18 लाख लैपटॉप बांटे, कन्या विद्या धन योजना की शुरूआत की और अब सरकार ने स्मार्टफोन बांटने का एलान किया है ताकि लोग सरकारी विभागों के एप के जरिए ही अपना काम करवा सकें और उन्हें धक्के खाने की जरूरत ना पड़े.
स्वास्थ सुविधाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में एमबीबीएस की सीट को दोगुना कर दिया है. इसके अलावा सरकारी अस्पतालों को इतना हाईटैक किया जा रहा है कि लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में जाने की जरूरत ही ना पड़े.