Ranjan Gogoi on Supreme Court Work culture: चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा है कि- ये यहां चल क्या रहा है आखिर, कोई भी सुप्रीम कोर्ट चला आता है और ऑर्डर लेकर चला जाता है. उन्होंने कहा कि तत्काल सुनवाई सिर्फ उन मामलों में होनी चाहिए जिसमें इंतजार नहीं किया जा सकता.
नई दिल्ली. पूर्व सीजेआई दीपक मिश्रा के रिटायर होने के बाद उनके पद पर आए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के कामकाज पर सवाल उठा दिए हैं. उन्होंने एक मामले की सुनवाई के दौरान दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस कोर्ट को हुआ क्या है कोई भी कोर्ट चला आता है और फैसला लेकर चला जाता है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कई मामले लंबित पड़े हैं उनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिनके फैसले के आधार पर अन्य मामलों में सुनवाई होनी है. गोगोई ने निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल सुनवाई सिर्फ उन मामलों में होनी चाहिए जिसमें इंतजार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में तत्काल सुनवाई नहीं की जाए जो बहुत जरूरी न हों. उन्होंने कहा कि कम जरूर मामलों का उल्लेख करने वाले वकीलों के विशेषाधिकार का औचित्य खत्म हो जाएगा.
दरअसल गोगोई ने एक सवाल पर कमेंट करते हुए कहा कि ‘मेरे सभी भाई एक ही बात कह रहे हैं. क्या हमें ऐसे मामलों को एंटरटेन नहीं करना चाहिए जिनके पास संवैधानिक महत्व है या लोगों के अधिकारों से जुड़े और प्रकृति के निराले मामले.’ बता दें कि गोगोई को पद संभाले लगभग एक सप्ताह हुआ है लेकिन वे पूरी तरह एक्शन में दिख रहे हैं. उन्होंने लंबित मामलों का संख्या को देखकर चिंता जताई है और इसे समय के साथ निबटाए जाने के लिए वर्किंग डे में जजों की छुट्टी पर रोक लगा दी है. बता दें कि सीजेआई रंजन गोगोई को उनके कामकाज के प्रति समपर्ण के लिए जाना जाता है.
लंबित मामले निपटाने के लिए एक्शन में CJI रंजन गोगोई, जजों के छुट्टी लेने पर लगाया बैन
नए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा- कोई मर रहा हो या छूट रहा हो, ऐसे ही मामलों में होगी तुरंत सुनवाई