Gulzar on #MeToo: मी टू कैंपेन ने बॉलीवुड जगत पर कई सवाल खड़ी किए हैं. जहां सिनेमा का बचाव करते हुए गीतकार गुलजार ने कहा कि सिनेमा लोगों को यह नहीं सिखा सकता कि अच्छे इंसान कैसे बनें. नाना पाटेकर, आलोक नाथ और सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य जैसे दिग्गजों पर यौन शोषण का आरोप लग चुका है.
बॉलीवुड,डेस्क, मुंबई. मशहूर गीतकार और लेखक गुलजार ने मी टू इंडिया कैंपेन को लेकर अपनी राय रखी. जिन्होंने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि सिनेमा कोई बाइबल नहीं है जो इंसान को बेहतर इंसान बनाना सिखाता है यह तो बस समाज का आईना होता है. यह बात गुलजार ने मंगलवार को भवानी अय्यर के पहले उपन्यास अनन के लॉन्च कार्यक्रम के दौरान कही. बता दें मी टू कैंपेन को लेकर इन दिनों बॉलीवुड व अन्य क्षेत्र घिरता नजर आ रहा है.
गीतकार गुलजार ने मी टू कैंपेन को लेकर कहा कि सिनेमा समाज का प्रतिबिंब है. अगर हम कहते हैं कि महिलाओं का उत्पीड़न या लड़की सिनेमा में ही हो रहा है, तो मुझे ऐसा नहीं लगता है. यह पूरे समाज में फैला है. गीतकार ने कहा कि सिनेमा ने अभी तक हमें बचा कर रखा है. एक तरफ समाज में जहां 4 साल की लड़की और 8 वर्षीय लड़की के साथ यौन उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं भगवान का शुक्र है कि सिनेमा ने लोगों के सामने उस दर्पण को नहीं रखा है.
2004 में पद्म विभूषण से सम्मानित गुलजार ने सिनेमा का सारा ठीकरा समाज पर फोड़ते हुए कहा कि सिनेमा लोगों को सीखा नहीं सकता कि कैसे अच्छे इंसान बने. गौरतलब है कि बीते लंबे समय से बॉलीवुड व टीवी जगत के कई मामले सामने आए हैं जिसमें महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. जिसमें नाना पाटेकर, सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य, आलोक नाथ जैसे तमाम दिग्गज शामिल है.
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